सीबीआई ( CBI ) ने नारदा स्टिंग ऑपरेशन मामले में पश्चिम बंगाल सरकार के 2 कैबिनेट मंत्रियों समेत 4 टीएमसी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया है. सीबीआई ने नारदा केस में तृणमूल कांग्रेस के मंत्री फिरहाद हाकिम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा और कोलकाता के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी को गिरफ्तार किया है. इन नेताओं की गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. जगह जगह तृणमूल कांग्रेस ( TMC ) के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया गया है. कोलकाता में सीबीआई दफ्तर के बाहर भी जमकर हंगामा किया गया.
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टीएमसी मंत्री फिरहाद हाक़िम समेत चार वरिष्ठ टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी के प्रतिवाद में आज टीएमसी नेताओं और कर्मियों ने आसनसोल शहर के आश्रम मोड़ इलाके में प्रदर्शन करते हुए सड़क अवरोध किया. इस दौरान टीएमसी कर्मियों ने पीएम नरेंद्र मोदी और सीबीआई हाय हाय के नारे लगाए. बाद में इन टीएमसी कर्मियों ने सड़क के बीचों बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन करने के साथ ही साथ सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया.
इसके अलावा आसनसोल शहर के हॉटन रोड इलाके में भी तृणमूल कांग्रेस कर्मियों ने सड़क के बीच टायर जलाकर और सड़क अवरोध करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. टीएमसी कर्मियों का कहना है कि गलत तरीके से हमारे नेताओं और मंत्रियों को गिरफ्तार किया गया है और हम लोग इसके खिलाफ लगातार आंदोलन करेंगे. वहीं हुगली जिले के आरामबाग में भी आज टीएमसी कर्मियों द्वारा रास्ते पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया. टीएमसी कर्मियों द्वारा इस तरह से राज्य भर में लगातार विरोध प्रदर्शन कर अपने नेताओं की गिरफ्तारी का प्रतिवाद किया जा रहा है.
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दरअसल, नारदा घोटाले में सीबीआई ने टीएमसी के मंत्रियों समेत 4 नेताओं के घर पर छापेमारी की. जिसके बाद सीबीआई टीम फिरहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, सोवन चटर्जी और मदन मित्रा को लेकर सीबीआई दफ्तर पहुंची. बताया गया कि इन चारों नेताओं को नारदा घोटाले में पूछताछ के लिए सीबीआई दफ्तर लाया गया. पूछताछ के बाद चारों को गिरफ्तार कर लिया गया. मंत्रियों की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी खुद सीबीआई दफ्तर पहुंच गईं.
आपको बता दें कि स्टिंग ऑपरेशन टेप 2016 में सामने आया था. बंगाल में 2016 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नारदा स्टिंग टेप सार्वजनिक किए गए थे. नारद न्यूज के संपादक मैथ्यू सैमुअल द्वारा यह स्टिंग ऑपरेशन किया गया था, जो इसके लिए एक व्यापारी के रूप में सामने आए थे. इस स्टिंग में आईपीएस अधिकारी के साथ ही तृणमूल कांग्रेस के कई शीर्ष नेताओं को कथित तौर पर फायदा पहुंचाने के बदले में नकद रुपये लेते हुए देखा गया था. कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस स्टिंग फुटेज मामले में प्रारंभिक जांच करने के आदेश दिए थे.
HIGHLIGHTS
- नारदा घोटाले में TMC नेता गिरफ्तार
- 2 मंत्रियों समेत 4 नेता गिरफ्तार हुए
- मंत्रियों की गिरफ्तारी से TMC में रोष
- जगह जगह प्रदर्शन और आगजनी