पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस लगभग 93 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं पार्टी के गठबंधन साथी वामपंथी और इंडियन सेक्युलर फ्रंट के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत जारी है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. कांग्रेस ने पिछली बार 92 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 44 में जीत दर्ज की थी. विपक्ष के नेता का पद संभालने वाली निवर्तमान विधानसभा में कांग्रेस दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है. कांग्रेस और वाम दल पिछली सीट साझा करने की समय सीमा को चूक गए थे, जो कि 31 जनवरी थी. पार्टी अब सीट साझा करने के समझौते को अंतिम रूप देने के लिए अपनी राज्य इकाई पर दबाव डाल रही है, ताकि चुनाव की तैयारी तुरंत शुरू की जा सके.
कांग्रेस ने वाम दलों के साथ एक सीट साझा समझौते को खत्म करने के लिए एक समिति का गठन किया है, जिसमें अधीर रंजन चौधरी, अब्दुल मन्नान, प्रदीप भट्टाचार्य और नेपाल महतो शामिल हैं. टीएमसी पश्चिम बंगाल में तीसरे कार्यकाल पर नजर गड़ाए हुए है, हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी सहयोगी सहित कई नेताओं ने भाजपा की तरफ रुख किया है. वहीं भाजपा चुनाव को लेकर उत्साहित है और पार्टी के केंद्रीय नेता राज्य का दौरा कर रहे हैं.
बता दें कि पश्चिम बंगाल में अगले कुछ ही महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव को भारतीय जनता पार्टी (BJP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) आमने-सामने है. बंगाल चुनाव से पहले ही बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) पश्चिम बंगाल के दो दिन दौरे पर हैं. बीजेपी की रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाने के बाद गृह मंत्री ने बंगालवासियों के लिए बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी की सरकार बनेगी तो हमारी सरकार राज्य में 33 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण देगी.
गृह मंत्री अमित शाह ने दक्षिण 24 परगना जिले के कावद्वीप में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी सरकार महिलाओं को 33 फीसदी रिजर्वेशन देगी. इस दौरान उन्होंने बंगाल की ममता सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा की जंग सोनार बांग्ला के लिए है. हमारे बूथ कार्यकर्ताओं और टीएमसी के सिंडिकेट के बीच यह जंग है.
Source : News Nation Bureau