दिल्ली से बंगाल के मुख्य सचिव बुलाए जाने को लेकर भेजे गए पत्र के जवाब में ममता बनर्जी ने कहा- केन्द्र किसी भी अधिकारी को यह जबरदस्ती नहीं कर सकते कि वे राज्य सरकार के बिना सहमित के वह ज्वाइन करे. ममता बनर्जी ने कहा कि हमारे मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय आज सेवानिवृत्त हुए. वह अगले तीन साल तक मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार बने रहेंगे. बता दें कि अलपन बंद्योपाध्याय सोमवार को पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव के पद से रिटायर हो रहे हैं. उन्हें बंगाल सरकार में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का सलाहकार बनाया जाएगा. पश्चिम बंगाल के नए मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी को नियुक्त किया गया है जबकि बंगाल के नए गृह सचिव बीपी गोपालिका होंगे.
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गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल काडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी बंदोपाध्याय 60 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद 31 मई को रिटायर होने वाले थे. हालांकि, केंद्र से मंजूरी के बाद उन्हें तीन महीने का सेवा विस्तार दिया गया था. सेवा विस्तार दिए जाने के सिर्फ चार दिन बाद ही केंद्र सरकार ने उनकी सेवाएं मांगी. ममता सरकार से कहा गया कि अपने मुख्य सचिव को तुरंत कार्यमुक्त करे. तृणमूल कांग्रेस सरकार ने इस कदम को जबरन प्रतिनियुक्ति करार दिया है.
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दीदी ने लिखा यह पत्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में दीदी ने लिखा है- 'संघीय सहयोग, अखिल भारतीय सेवा तथा इसके लिए बनाए गए कानूनों के वैधानिक ढांचे का आधार स्तंभ है.' प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा 'मुख्य सचिव को 24 मई को सेवा विस्तार की अनुमति देने और चार दिन बाद के आपके एकपक्षीय आदेश के बीच आखिर क्या हुआ, यह बात समझ में नहीं आई.' बनर्जी ने मोदी से कहा 'मुझे आशा है कि नवीनतम आदेश (मुख्य सचिव का तबादला दिल्ली करने का) और कलईकुंडा में आपके साथ हुई मेरी मुलाकात का कोई लेना-देना नहीं है.'
HIGHLIGHTS
- अलपन बंद्योपाध्याय रिटायर हुए
- CM ममता के विशेष सलाहकार बने
- अगले तीन साल तक मुख्य सलाहकार बने रहेंगे