कोयला तस्करी धन शोधन मामले में जांच एजेंसियों एक्शन में हैं. प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की कई टीमों ने शुक्रवार को कोयला तस्करी धन शोधन मामले में पश्चिम बंगाल (West Bengal) में 15 ठिकानों पर तलाशी ली. बंगाल में चुनाव की तारीखों का ऐलान होने ही वाला है. ईडी ने यह कार्रवाई लगभग डेढ़ महीने बाद आई है जब उसने राज्य में 12 ठिकानों पर इसी मामले में तलाशी ली थी. जांच से जुड़े ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि ईडी की कई टीमें पश्चिम बंगाल के कोलकाता, पुरुलिया और दुगार्पुर में 15 ठिकानों पर तलाशी ले रही हैं.
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अधिकारी ने नाम नहीं जाहिर करने का अनुरोध करते हुए कहा कि वित्तीय जांच एजेंसी की कार्रवाई 11 जनवरी को एक दर्जन स्थानों पर मारे गए छापे के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों के मूल्यांकन पर आधारित है. अधिकारी ने कहा कि एजेंसी के लोग कोलकाता के प्रिंसेप स्ट्रीट में चार्टर्ड अकाउंटेंट सुभाष अर्जुन के ठिकानों की भी तलाशी ले रहे हैं. अधिकारी ने कहा कि महात्मा गांधी रोड और गणेश चंद्र एवेन्यू इलाके में कुछ अन्य व्यक्तियों के ठिकानों पर तलाशी जारी है. उन्होंने यह भी कहा कि ईडी की एक टीम हावड़ा पहुंची है.
एजेंसी ने जनवरी में व्यवसायी गणेश बगडिया और संजय सिंह के कार्यालयों और आवासीय ठिकानों की तलाशी ली थी. माना जाता है कि बगडिया और सिंह की जोड़ी अवैध कोयला रैकेट सरगना अनूप माझी उर्फ लाला से जुड़ी है, जिसे सीबीआई ने पिछले साल नवंबर में दर्ज कोयला तस्करी मामले में नामजद किया था.
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सीबीआई ने ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के जनरल मैनेजर अमित कुमार धर और जयेश चंद्र राय, सुरक्षा के ईसीएल प्रमुख तन्मय दास, क्षेत्र के सुरक्षा निरीक्षक कुनुस्तोरिया धनंजय राय और एसएसआई और कजोरा क्षेत्र के सुरक्षा प्रभारी देबाशीष मुखर्जी को भी अवैध कोयला तस्करी मामले में नामजद किया था. पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव इस साल अप्रैल-मई के महीने में होने वाले हैं. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच पहले से ही केंद्रीय एजेंसी की कार्रवाई को लेकर जुबानी जंग जारी है.
(इनपुट - आईएएनएस)
Source : News Nation Bureau