पश्चिम बंगाल के बीरभूम में आठ लोगों की जलाकर हत्या करने की घटना के बाद राज्य का राजनीतिक तापमान बढ़ गया है. सत्तारूढ़ टीएमसी और बीजेपी में जमकर तकरार हो रही है. आज यानि सोमवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ. बजट सत्र के आखिरी दिन बीजेपी विधायकों ने बीरभूम हिंसा पर चर्चा की मांग करते हुए सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे. सदन में टीएमसी और बीजेपी विधायकों के बीच हाथापाई की घटना भी सामने आयी है. जानकारी के मुताबिक बीजेपी विधायक मनोज टिग्गा औऱ टीएमसी विधायक असित मजूमदार के बीच हुई हाथापाई में असित घायल हो गए. उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया.
हंगामा मचाने के आरोप में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी समेत 5 भाजपा विधायकों को विधासनभा की कार्यवाही से सस्पेंड कर दिया गया. सस्पेंड होने वाले भाजपा विधायकों में सुवेंदु अधिकारी के अलावा मनोज टिग्गा, दीपक बर्मन, नरहरी महतो और शंकर घोष शामिल हैं. सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने विधानसभा में भाजपा विधायकों के खिलाफ प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि सदन की गरिमा को नष्ट किया गया है. सुवेंदु अधिकारी के उकसावे में विधानसभा में तांडव मचाया जा रहा है.
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, पश्चिम बंगाल विधानसभा में घोर भगदड़. बंगाल के राज्यपाल के बाद, टीएमसी विधायकों ने अब मुख्य सचेतक मनोज टिग्गा सहित भाजपा विधायकों पर हमला किया, क्योंकि वे सदन के पटल पर रामपुरहाट हत्याकांड पर चर्चा की मांग कर रहे थे. ममता बनर्जी क्या छुपाना चाहती हैं?
Absolute pandemonium in the West Bengal Assembly. After Bengal Governor, TMC MLAs now assault BJP MLAs, including Chief Whip Manoj Tigga, as they were demanding a discussion on the Rampurhat massacre on the floor of the house.
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 28, 2022
What is Mamata Banerjee trying to hide? pic.twitter.com/umyJhp0jnE
ममता बनर्जी सरकार की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा विधायकों को निलंबित किया जाए. विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कहा कि सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है. संपत्ति को जो नुकसान पहुंचा है उसका हिसाब किया जाएगा. इसके बाद सुवेंदु अधिकारी समेत 4 अन्य भाजपा विधायकों को विधासनभा की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया.
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नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि बीरभूम हिंसा मामले को लेकर विधानसभा के अंदर हंगामा हुआ. विपक्ष ने कम से कम अंतिम दिन कानून-व्यवस्था पर चर्चा की मांग की, सरकार ने मना कर दिया. तृणमूल कांग्रेस के सदस्य हमारे 8-10 विधायकों के साथ संघर्ष करने के लिए कोलकाता पुलिस कर्मियों को सिविल ड्रेस में सदन के अंदर लेकर लाए.
सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि बीरभूम के रामपुरहाट में अनारुल हुसैन द्वारा जिस तरह हिंसक वारदात को अंजाम दिया गया, ठीक उसी तरह की स्थिति तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल पुलिस के द्वारा सदन के अंदर उप्तन्न की गई. हम आज दोपहर 2 बजे इसके खिलाफ मार्च करेंगे. नियमानुसार कार्रवाई की मांग करते हुए मैं अपनी शिकायत विधानसभा अध्यक्ष को लिखूंगा. हमें केंद्र के हस्तक्षेप की जरूरत है.