पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) रथयात्रा (Rath yatra) बीजेपी (BJP) और टीएमसी (TMC) के बीच रार बनी हुई है. बीजेपी फरवरी और मार्च में ‘रथयात्रा’ निकाल रही है. यह यात्रा पांच खंडों में होगी और राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेंगी. प्रत्येक यात्रा में एक रथ शामिल होगा और यह एक ही समय में राज्य के विभिन्न हिस्सों और क्षेत्रों में जाएगा. प्रत्येक यात्रा का समय 20 से 25 दिन का है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) शनिवार को नदिया के नवद्वीप से रथयात्रा (Rath Yatra) (पोरिवर्तन यात्रा) रवाना करेंगे. बीजेपी के नेताओं ने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार ने रथयात्रा निकालने की अनुमति देने से इनकार किया है.
यह भी पढ़ें : नाना पटोले बने महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष, अमित देशमुख के नाम पर नहीं बनी सहमति
बीजेपी के कई शीर्ष नेता महीने भर के अभियान के लिए पश्चिम बंगाल आने वाले हैं और यह अभियान नवद्वीप, कूचबिहार, काकद्वीप, झारग्राम और तारापीठ से छह, आठ और नौ फरवरी से शुरू होगा. जेपी नड्डा छह फरवरी को रथयात्रा का शुभारंभ करेंगे. नवद्वीप में प्रदेश स्तर के बीजेपी नेता विश्वप्रिय रायचौधरी के नेतृत्व में भूमि पूजन किया गया.
यह भी पढ़ें : कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी पर बोला हमला, केंद्र सरकार को बताया अत्याचारी और बर्बर
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीति को अंजाम देने में जुटे हुए हैं. इन सबके बीच बंगाल में बीजेपी के रथ यात्रा को लेकर राजनीति गर्म हो गई है. बीजेपी एक ओर जहां रथ यात्रा निकालने को लेकर अड़ी हुई है, वहीं तृणमूल सरकार रथ यात्रा को इजाजत नहीं दे रही है. बंगाल में बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया है.
यह भी पढ़ें : नाना पटोले या अमित देशमुख? कौन बनेगा महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कोर्ट ने रथयात्रा पर स्थगन का आदेश नहीं दिया है इसलिए जिला प्रशासन इसे नहीं रोक सकता. विजयवर्गीय ने कहा कि विपक्ष के रूप में लोगों के बीच जाना हमारा मौलिक अधिकार है. 6 फरवरी को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा यात्रा का उद्घाटन करेंगे और 11 फरवरी को अमित शाह कूचबिहार में एक रथ यात्रा में शामिल होंगे.
टीएमसी ने ट्वीट किया है : पश्चिम बंगाल सरकार ने किसी भी यात्रा की अनुमति से इनकार नहीं किया है, जैसा कि दावा किया गया है. बंगाल बीजेपी के आरोप में न तो तथ्य हैं और न ही सत्यता है. वे दुर्भावनापूर्ण प्रचार में लिप्त हैं. बीजेपी को अपनी यात्रा की अनुमति से इनकार करते हुए बंगाल सरकार के सबूत दिखाने होंगे. बीजेपी खुद की Victim घोषित करने की कोशिश कर रही है.
Source : News Nation Bureau