भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बृहस्पतिवार को चुनौती दी है कि वह साबित करें कि कृषि क्षेत्र से संबंधित दो विधेयक किसानों को नुकसान पहुंचाएंगे. संसद ने हाल में इन विधेयकों को पारित किया है. विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि संसद में विधेयकों के पारित होने के बाद तृणमूल कांग्रेस बेचैन हो गई, क्योंकि पार्टी बिचौलियों को संरक्षण देती है जो किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से वंचित करते हैं और उनका मुनाफा छीन लेते हैं. तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने दावा किया है कि विधेयक किसानों को एमएसपी से वंचित करेंगे और देश को भुखमरी की कगार पर ले जाएंगे.
बहुत कम दाम पर सीधे किसानों से उपज खरीदती हैं
विजयवर्गीय ने पश्चिम बर्धमान जिले के आसनसोल में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘विधेयक के पारित होने के बाद, छोटे और हाशिए पर पड़े किसान अपनी उपज को देश में कहीं बेच सकते हैं और इससे उनकी आय में वृद्धि होगी." उन्होंने आरोप लगाया कि इससे तृणमूल कांग्रेस का नेतृत्व चिंतित हो गया, क्योंकि राज्य के विभिन्न हिस्सों में पार्टी द्वारा समर्थित सोसाइटी बहुत कम दाम पर सीधे किसानों से उपज खरीदती हैं. विजयवर्गीय ने आरोप लगाया, " अगर किसानों का उत्पीड़न रुकता है तो ममता बनर्जी की पार्टी गुस्सा हो जाएगी. वे किसानों की परेशानियों पर सिर्फ बयान देते हैं."
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