पश्चिम बंगाल लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद से जारी हिंसा को देखते हुए गुरुवार को राज्यपाल के एन त्रिपाठी ने अपने कोलकाता सिथ्त आवास पर सर्वदलीय बैठक बुलाई है. ये बैठक फिलहाल जारी है जिसमें सीपीआईएम लीडर मोहम्मद सलीम, टीएमसी के नेता पार्थ चटर्जी, बीजेपी नेता जयप्रकाश मजूमदार और कांग्रेस नेता सोमेन मित्रा शामिल हैं. राज्यपाल ने इस बैठक को लेकर सभी प्रमुख राजनीतिक दलों को पत्र लिखा था और अनुरोध किया था कि वो बैठक में शामिल हों. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे पहले इस कदम स्वागत करते हुए बीजेपी ने कहा था कि राज्य सरकार को ये पहल करनी चाहिए थी. हम इस कदम का स्वागत करते हैं.
वहीं इससे पहले राज्यपाल ने बंगाल की जनता से प्रदेश में शांति कायम करने की अपील भी की थी. राज्यपाल ने इस हिंसा को लेकर पीएम मोदी से भी मुलाकात की थी. बता दें, बीजेपी और टीएमसी के बीच विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. बुधवार को ममता बनर्जी सरकार (Mamata Banerjee) के खिलाफ बीजेपी कार्यकर्ता की ओर से मार्च निकाला गया. इस बीच पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिससे दोनों के बीच झड़प हो गई. इस दौरान पुलिस ने वायर कैनन का भी प्रयोग किया. दरअसल बीजेपी कार्यकर्ता प्रदर्शन करते हुए लाल बाजार (Lal Bazar) की तरफ मार्च कर रहे थे. बीपीन बिहारी गांगुली स्ट्रीट पर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ता और पुलिस के बीच कहासुनी हो गई. उस वक्त भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात था.
पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले भी छोड़े. जब भीड़ पर काबू पाना मुश्किल हो गया तो बंगाल पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन का प्रयोग किया. अचानक वाटर कैनन का प्रयोग होने से अफरा तफरी का माहौल हो गया और लोग इधर उधर भागने लगे. बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में 'ममता' के गढ़ बंगाल में सेंध लगाने के बाद बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस की सत्ता से खिसकाने के लिए यहां मोर्चा खोल दिया है. इससे पहले भी कई मौंको पर बीजेपी और टीएमसी के बीच हिंसा की खबरें आती रही हैं.
Source : News Nation Bureau