Kolkata Rape Case: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को घोषणा की कि उनकी सरकार एक विधेयक लाने की योजना बना रही है, जिसमें बलात्कार के दोषियों के लिए मौत की सजा का प्रावधान होगा. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यदि राज्यपाल इस विधेयक को मंजूरी देने से इनकार करते हैं, तो तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कार्यकर्ता राजभवन के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे.
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री बनर्जी ने टीएमसी छात्र परिषद (तृणमूल छात्र परिषद) की एक रैली में बोलते हुए कहा, ''मैं स्पीकर से कहूंगी कि अगले सप्ताह विधानसभा सत्र बुलाया जाए और हम ऐसा विधेयक लाएंगे जिसमें बलात्कार के लिए मौत की सजा का प्रावधान हो.'' उन्होंने यह भी दावा किया कि केंद्रीय सरकार ने इस तरह के कानून को लागू करने से इनकार कर दिया है, हालांकि इसकी मांग लंबे समय से की जा रही है. ''हमारे कार्यकर्ता, पुरुष और महिलाएं, राजभवन के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे,'' उन्होंने जोड़ा.
जूनियर डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील
वहीं रैली के दौरान मुख्यमंत्री बनर्जी ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 9 अगस्त को एक युवा डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बाद हड़ताल पर गए जूनियर डॉक्टरों से भी काम पर लौटने की अपील की. उन्होंने कहा, ''मैं जूनियर डॉक्टरों के न्याय की मांग के आंदोलन के साथ हूं. मैं कभी उनके खिलाफ नहीं थी. आज भी वे न्याय की मांग को लेकर मार्च कर रहे हैं. मैंने प्रशासन से कहा है कि उन्हें पूरी सुरक्षा दी जानी चाहिए. लेकिन वे डॉक्टर हैं और जनता की सेवा करना उनकी जिम्मेदारी है.''
बता दें कि मुख्यमंत्री ने सुप्रीम कोर्ट के इस निर्देश का भी हवाला दिया कि डॉक्टरों को काम पर लौटना चाहिए और अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो राज्य सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है. हालांकि, बनर्जी ने कहा, ''मैं ऐसा नहीं कर रही हूं. मैं उनसे काम पर लौटने की अपील कर रही हूं, क्योंकि गरीब लोग निजी अस्पतालों में नहीं जा सकते.''
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आरजी कर कांड में त्वरित न्याय की मांग
आगे आपको बता दें कि मुख्यमंत्री बनर्जी ने आरजी कर मामले में तेजी से न्याय की मांग दोहराई और कहा कि वह इस मामले में दोषियों के लिए मौत की सजा चाहती हैं. उन्होंने कहा, ''अब 16 दिन हो चुके हैं और सीबीआई ने कुछ नहीं किया है.'' उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर भी आरोप लगाया कि वह हिंसा का सहारा लेकर इस मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.
बदलाव की चाह, बदले की नहीं
इसके अलावा आपको बता दें कि मुख्यमंत्री बनर्जी ने अपनी सत्ता में आने के समय की याद दिलाते हुए कहा, ''जब मैंने राज्य में सत्ता संभाली, तो मैं बदलाव चाहती थी, बदला नहीं.'' उन्होंने बंगाली में कहा, ''बदला नहीं, बदलाव चाहिए. मैंने कभी बदला नहीं चाहा... आज कह रही हूं... जो करना जरूरी है, आप उसे समझकर करेंगे. मैं अशांति नहीं चाहती... लेकिन जो आपको रोज नुकसान पहुंचा रहा है, आप उसे नुकसान नहीं पहुंचाएंगे... लेकिन अपनी बात जरूर कहें.''
बहरहाल, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ये बातें पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की गंभीर स्थिति को दर्शाती हैं, जहां एक ओर बलात्कार जैसे घृणित अपराधों के लिए सख्त कानून की जरूरत महसूस की जा रही है, वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच लगातार टकराव देखने को मिल रहा है.