सोमवार को पश्चिम बंगाल के नॉर्थ-24 परगना जिले में वामपंथी समर्थकों और पुलिस के बीच भारी झड़प हो गई। इसके बाद लेफ्ट नेताओं ने पुलिस की इस कार्रवाई का कड़ा विरोध किया है।
दरअसल सोमवार को वामपंथी कार्यकर्ता केन्द्र और राज्य सरकार की नीतियों के विरोध में जिलाधिकारी कार्यालय के आगे प्रदर्शन कर रहे थे, तभी यह पूरी घटना घटी।
उत्तरी-24 परगना जिले के बारासत इलाके के लोगों ने जब जिलाधिकारी कार्यालय के आगे प्रदर्शन करने बढ़े, तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद दोनों तरफ से झड़प शुरु हो गई। बाद में लोगों ने पुलिस के ऊपर पत्थरबाजी शुरू कर दी।
जवाब में पुलिस ने विरोध कर रहे लोगों पर लाठी चार्ज करना शुरु कर दिया, साथ ही उन पर आंसू गैस भी छोड़े गए। पूरी घटना में तीन से चार पुलिसकर्मी के साथ-साथ 10 से ज्यादा लेफ्ट समर्थक घायल हो गए।
#WATCH: Left supporters protesting against West Bengal government clash with Police in East Midnapore; Police used batons. (earlier visuals) pic.twitter.com/4AeLLW49Nl
— ANI (@ANI) September 11, 2017
पुलिस के द्वारा कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज का लेफ्ट फ्रंट ने विरोध किया है। पश्चिम बंगाल लेफ्ट फ्रंट के चेयरमैन बिमन बोस ने कहा, 'लोगों के अधिकारों के लिए विरोध प्रदर्शन करने के दौरान हमारे कार्यकर्ता पर पुलिस ने हमला किया है।'
उन्होंने कहा, 'इस घटना को लेकर विरोध करना होगा और हम मंगलवार को रैली आयोजित कर पुलिस के हमले का विरोध करेंगे।'
सीपीएम के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने इस घटना का विरोध करते हुए कहा, 'मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को यह जानना चाहिए कि जब राज्य के लोग सड़कों पर उतर रहे हैं, तो वो उन्हें नहीं रोक सकती हैं।'
गौरतलब है कि दोनों ओर से हुए झड़प के बाद प्रशासन ने पूरे इलाके में रॉयल एयर फोर्स (आरएएफ) और प्रतिरोधक सुरक्षा बलों को भी तैनात कर दिया था।
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HIGHLIGHTS
- केन्द्र और राज्य सरकार की नीतियों के विरोध में लेफ्ट कार्यकर्ता कर रहे थे प्रदर्शन
- पूरी घटना में तीन से चार पुलिसकर्मी के साथ-साथ 10 से ज्यादा लेफ्ट समर्थक घायल
- पुलिस के लाठीचार्ज के विरोध में लेफ्ट पार्टी मंगलवार को करेगी विरोध प्रदर्शन
Source : News Nation Bureau