मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में चुनावी उद्देश्यों के लिए बाहर से आने वाले लोगों को कोविड-19 के तेजी से प्रसार के लिए जिम्मेदार ठहराया. लोगों को नहीं घबराने की सलाह देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार वायरस के अनियंत्रित प्रसार पर जांच लगाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी. सोमवार को मालदा जिले में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए बनर्जी ने कहा, "अभियान करने के लिए एक लाख से अधिक लोग बाहर से आए हैं और वे महीनों से यहां बैठे हैं. उन्हें वापस जाना चाहिए. मैं अपने राज्य के लोगों को बाहर नहीं भेज सकती, लेकिन लोगों को सहयोग करना चाहिए. अगर वे जाते हैं तो यह बीमारी को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है. प्रधानमंत्री और गृहमंत्री बाहर के लोगों के साथ यहां आ रहे हैं और मुझे नहीं पता कि वह कोरोना पॉजिटिव हैं या नहीं."
उन्होंने कहा कि जो केंद्रीय बल राज्य में आ रहे हैं, उनका आरटीपीसीआर परीक्षण किया जाना चाहिए, वे 1.5 लाख से अधिक हैं और वे एक जिले से दूसरे जिले में जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग राज्य के बाहर से आ रहे हैं, उन्हें जिम्मेदारी से व्यवहार करना चाहिए. मुख्यमंत्री ने फिर से अगले तीन चरणों के चुनाव एक साथ करने की अपनी मांग दोहराई. उन्होंने कहा, "मैंने चुनाव आयोग को आधिकारिक रूप से अगले तीन चरणों के चुनाव एक साथ करने के लिए कहा था. इसके लिए प्रावधान है और अगर आयोग चाहता है, तो ऐसा जा सकता है. चुनाव के कारण प्रशासन के महत्वपूर्ण लोग लगे हुए हैं और वे कोविड के लिए काम नहीं कर सकते हैं. यह राज्य के लिए एक बाधा पैदा कर रहा है. अगर चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाती, तो हम इस कार्यबल का इस्तेमाल बीमारी के नियंत्रण के लिए कर सकते थे."
लोगों को आश्वस्त करते हुए कि राज्य सरकार इस बीमारी को नियंत्रित करने के लिए हर संभव कदम उठाएगी, मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले 4 दिनों में 1000 बेड बढ़ाए हैं और सरकार अगले कुछ दिनों में 3500 बेड बढ़ाएगी. उन्होंने कहा कि ईएसआई सहित सरकारी क्षेत्र में कोविड रोगियों के लिए कुल 100 बेड तैयार किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमने कोविड बिस्तरों की अधिक संख्या सुनिश्चित करने के लिए 58 निजी अस्पतालों से भी बात की है. यदि आवश्यक हुआ तो अस्पतालों के रूप में होटलों का उपयोग भी किया जाएगा.
लोगों से घबराहट की स्थिति से बचने की सलाह देते हुए बनर्जी ने कहा कि हमारे पास वर्तमान में 2000 गंभीर मरीज हैं, जिन्हें पहले से बीमारियां भी हैं. इस लड़ाई में टीके, ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत है और इनकी कमी बनी हुई है. उन्होंने कहा कि इस बारे में प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखा जा चुका है. बनर्जी ने कहा कि उन्होंने मोदी से निवेदन किया है कि वे इन चीजों को तुरंत मुहैया कराएं. हम इन्हें बाहर से खरीदने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यह बाजार में उपलब्ध नहीं है. लेकिन फिर भी, हम प्रति दिन 1500 खरीद रहे हैं, क्योंकि केवल इतना ही उपलब्ध है. मुख्यमंत्री ने लॉक-डाउन और रात्रि कर्फ्यू की किसी भी संभावना को खारिज करते हुए कहा कि रात्रि कर्फ्यू और लॉकडाउन समाधान नहीं है.
Source : IANS