केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ हमलावर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर निशाना साधा है।
ममता ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर होने वाली परेड से पश्चिम बंगाल की झांकी को केंद्र द्वारा कथित रूप से हटाए जाने पर कहा कि यह राज्य का अपमान है।
पश्चिम बंगाल सरकार ने परेड के लिए अपनी झांकी के लिए एकता ही भाईचारा विषय का प्रस्ताव दिया था।
कोलकाता के एलन पार्क में क्रिसमस फेस्टिवल का उद्घाटन करते हुए ममता ने कहा, 'इस साल हमारी प्रस्तावित थीम 'एकताई सम्प्रिति' (एकता ही भाईचारा) थी। शायद इसीलिए हमें बाहर कर दिया गया।ट
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता ने कहा, 'इस बार की गणतंत्र दिवस परेड से हमें बाहर रखा गया। मैं वजह जानना चाहती हूं। मुझे यह कहते हुए खेद है कि यह बंगाल का अपमान है।'
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड में हमारा प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। इसलिए हमें इस पर अपनी बात रखने का हक है। वर्ष 2013 से 2016 के बीच हमने दो बार प्रथम पुरस्कार जीता।
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आपको बता दें कि इससे पहले भी पश्चिम बंगाल सरकार केंद्र की मोदी सरकार को झांकी को लेकर निशाने पर लेती रही है। 2015 में भी गणतंत्र दिवस समारोह की आयोजन समिति ने ममता सरकार की झांकी को शामिल नहीं किया।
ऐसा माना जा रहा था कि बंगाल की 'कन्या श्री' झांकी पीएम मोदी की 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' योजना से मिलती जुलती थी। इसलिए अनुमति नहीं मिली।
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Source : News Nation Bureau