Advertisment

'अगर जरूरत पड़े तो मुझे मार दो, मुझे कुछ नहीं चाहिए': ममता बनर्जी

ममता बनर्जी ने कहा, किस राज्य को किस चीज पर विश्वास करना चाहिए ये बीजेपी तय नहीं करेगी

author-image
Aditi Sharma
एडिट
New Update
mamata banerjee
Advertisment

कोलकाता के कॉलेज स्ट्रीट में स्थित एक स्कूल ग्राउंड में ममता बनर्जी ने ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा का अनावरण किया. अनावरण के बाद प्रतिमा को कार में विद्यासागर कॉलेज ले जाया जाएगा और पुरानी मुर्ति की जगह ये नई प्रतिमा रखी जाएगी. दरअसल लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान पश्चिम बंगाल में अमित शाह के रोड शो में जमकर हिंसा हुई थी जिसमें विद्यासागर की प्रतिमा भी तोड़ दी गई थी. प्रतिमा को तोड़े जाने के बाद बीजेपी और टीएमसी ने एक दूसरे पर जमकर आरोप लगाए थे. ऐसे में अब ममता बनर्जी ने विद्यासागर की नई प्रतिमा का अनावरण किया है जिसे बाद में पुरानी प्रतिमा से बदला जाएगा.

प्रतिमा का अनावरण करने के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि, 'विद्यासागर को जिस तरह असम्मानित किया गया उससे हम लज्जित हैं. एक राजनीतिक पार्टी को पहले सभ्य बनना चाहिए'. उन्होंने कहा, 'राज्य में 10 लोग मारे गए जिसमें से 8 हमारे थे. अगर जरूरत पड़े तो मुझे मार दीजिए, मुझे कुछ नहीं चाहिए. मैं लोगों के लिए काम करती हूं.' ममता बनर्जी ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में कई लोग मारे गए और बच्चों की भी मौत हुई, लेकिन ये खबर मीडिया में कहीं सामने नहीं आई क्योंकि इसे कंट्रोल कर लिया जाता है.' इसी के साथ ममता बनर्जी ने राजस्य सरकार की तरफ से विद्यासागर स्कूल को एक करोड़ रुपए देने का ऐलान भी किया. राज्यपाल के बारे में बात करते हुए ममता बन र्जी ने कहा, 'उनका सम्मान करती हूं, उनके भाषण का नहीं.' उन्होंने कहा, जो 10 लोग मारे गए उसमें से 7 हमारे थे. चीफ सेक्रटरी से कहूंगी की सभी 10 परिवारों का साथ दें.

वहीं ममता बनर्जी ने कहा, 'हर राज्य की अपनी संस्कृति और भाषा होती है . ये हमारा भारत है. किसी राज्य को किस चीज पर विश्वास करना चाहिए ये बीजेपी तय नहीं करेगी. वो कहेंगे तमिलनाडु को अब हिंदी सीखना है. अरे अब कोई हिंदी सीखने का कोर्स थोड़ई करेगा. ऐसा नहीं होता'

बता दें मंगलवार को विद्यासागर की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद उसे गाड़ी में विद्यासागर कलेज लाया गया जहां प्रतिमा  को पुरानी प्रतिमा से बदला गया. 

Narendra Modi BJP amit shah Mamata Banerjee kolkata cm-mamata-banerjee vidyasagar
Advertisment
Advertisment
Advertisment