पश्चिम बंगाल के आसन्न विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी को अर्दब में लाने के प्रयास तेज कर दिए हैं. इस कड़ी में दलबदल की संभावनाओं के बीच पश्चिम बंगाल के सिंचाई और परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी को हुगली रिवर ब्रिज कमिश्नर्स (एचआरबीसी) के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया. राज्य के परिवहन विभाग ने गुरुवार को एक परिपत्र (सर्कुलर) जारी कर कहा कि अधिकारी की जगह यह जिम्मेदारी कोलकाता से सटे हुगली जिले के श्रीरामपुर से तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी को सौंपी गई है.
राज्य सरकार के परिपत्र में लिखा गया है, 'हुगली रिवर ब्रिज अधिनियम, 1969 की धारा-3 की उप-धारा (3) द्वारा प्रदत्त शक्ति के साथ राज्यपाल ने माननीय सांसद कल्याण बनर्जी को एचआरबीसी का तत्काल प्रभाव से और अगले आदेश तक अध्यक्ष नियुक्त किया है.' पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि अधिकारी ने तृणमूल सुप्रीमो के साथ दूरी बना ली है. पश्चिम बंगाल के चुनाव कुछ ही महीने दूर हैं और ऐसे समय पर उन्होंने इस सप्ताह एक अराजनैतिक बैनर के तहत पूर्वी मिदनापुर के खेजुरी में एक विशाल रैली भी निकाली थी. दरअसल बीते कुछ महीनों में पार्टी नेताओं से दूरी रखने और मंत्रिमंडल की बैठकों में भी हिस्सा नहीं लेने पर ऐसी अटकलें तेज हो गई हैं कि वह पार्टी में रहेंगे या नहीं.
इस बीच सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और अधिकारी, जो पार्टी से दूरी बनाए हुए हैं, उनके बीच बातचीत अनिर्णायक रही. वयोवृद्ध तृणमूल सांसद सौगता रॉय, जिन्हें अधिकारी के साथ बातचीत करने का काम सौंपा गया है, उन्होंने उत्तरी कोलकाता के एक स्थान पर मंत्री से मुलाकात की. दोनों ने लगभग दो घंटे की चर्चा की. एक सप्ताह में दोनों तृणमूल नेताओं के बीच यह दूसरी बैठक है. बताते हैं कि सुवेंदु दीदी से काफी समय से नाराज चल रहे हैं. इसीक एक बड़ी वजह प्रशांत किशोर और दीदी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को हद से ज्यादा तवज्जो दिया जाना है.
Source : IANS/News Nation Bureau