आसनसोल के पास हीरापुर इलाके में एक मुस्लिम फेरी वाले से मारपीट और उसे जबरन ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए मजबूर करने की घटना के बाद तनाव गहरा गया है. प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए सुरक्षा बढ़ाने के साथ-साथ इंटरनेट सेवा रोक दी है. पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि मंगलवार की रात हुई घटना के बाद माहौल बिगाड़ने के लिए हिंदू-मुस्लिम दंगे का फर्जी वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया. किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए प्रशासन मुस्तैद है.
अधिकारियों के मुताबिक, कुछ युवकों ने एक मुस्लिम फेरी वाले से मारपीट की और उसे ‘जय श्री राम’ बोलने को कहा. बाद में उसे एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. घटना के मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
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आसनसोल के पुलिस आयुक्त डीपी सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सोशल मीडिया के जरिए माहौल खराब करने का प्रयास ना हो इसके लिए इंटरनेट सेवा रोक दी गयी है. पुलिस गश्त भी बढ़ा दी गयी है. स्थिति अभी नियंत्रण में है.
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घटना के लिए सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और BJP ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए हैं . तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और आसनसोल के मेयर जितेंद्र तिवारी ने आरोप लगाया कि BJP इलाके का धर्मनिरपेक्ष ताना-बाना बिगाड़ना चाहती है. प्रदेश BJP के महासचिव सायंतन बसु ने आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि ऐसी घटनाएं साबित करती है कि राज्य सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम हो चुकी है .