ममता सरकार की मुश्किलें बढ़ाएगा पीएम मोदी का Gang Of Four

पश्चिम बंगाल (West Bengal) से चुने गए चार कनिष्ठ मंत्रियों का एक केंद्रीय एजेंडा होने की संभावना है.

author-image
Nihar Saxena
New Update
Mamata challenge

सीएम को राज्य में उलझाए रखेंगे पीएम मोदी के चार मंत्री.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

Advertisment

केंद्र में सरकार के कामकाज में सुधार के लिए पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भले ही पुराने नेताओं की जगह सफल पेशेवरों को नियुक्त किया हो, लेकिन पश्चिम बंगाल (West Bengal) से चुने गए चार कनिष्ठ मंत्रियों का एक केंद्रीय एजेंडा होने की संभावना है. कनिष्ठ गृह मंत्री निशीथ प्रमाणिक बंगाल में चुनाव के बाद की कानून-व्यवस्था, खासकर बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले को लेकर काफी मुखर रहे हैं. ऐसे में अमित शाह के डिप्टी के रूप में, वह निश्चित रूप से कानून और व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करेंगे ताकि न केवल बंगाल की खराब कानून व्यवस्था की स्थिति को उजागर किया जा सके, बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सके, जिनमें से कई तृणमूल के हमलों से बचने के लिए पार्टी छोड़ रहे हैं.

भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले का मिलेगा जवाब
तृणमूल की आक्रामकता का सामना करने वाले भाजपा कार्यकर्ता अब वादों से खुश नहीं हैं. वे चाहते हैं कि भाजपा में प्रभावी संरक्षण जारी रहे. प्रमाणिक की नौकरी छूट गई है क्योंकि देश के कनिष्ठ गृह मंत्री के रूप में वह राज्य प्रशासन, खासकर पुलिस पर दबाव बना सकते हैं और वह ऐसा करेगा क्योंकि वह आक्रामक हैं. प्रमाणिक और चाय जनजाति के सांसद जॉन बारला दोनों ही उत्तर बंगाल से हैं, जहां भाजपा ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया, यह महत्वपूर्ण है.

यह भी पढ़ेंः UP: ब्लॉक प्रमुख चुनावों में भारी बवाल, सीतापुर में फायरिंग, श्रावस्ती में भिड़ंत

सिलीगुड़ी कॉरिडोर होगा दूसरा हथियार
बारला ने पहले ही उत्तर बंगाल को अलग करने और दार्जिलिंग के नीचे रणनीतिक 'सिलीगुड़ी कॉरिडोर' में लद्दाख-शैली के केंद्र शासित प्रदेश के निर्माण की मांग की है, यह तर्क देते हुए कि चाय और पर्यटन उद्योग के बावजूद इस क्षेत्र को बहुत नुकसान हुआ है. अनुभवी कमेंटेटर सुखरंजन दासगुप्ता के मुताबिक बीजेपी बंगाल में अपना प्रभाव क्षेत्र बनाने के लिए कश्मीर जैसे ब्रेक-अप की योजना बना सकती है, जैसा कि उन्होंने लद्दाख के साथ किया था. बारला उस तरह की स्थिति के लिए एक पिच बनाने की कुंजी होगी.

दीदी को मिलेगी विभिन्न मोर्चों पर टक्कर
उन्होंने कहा कि भाजपा ने बंगाल की कानून-व्यवस्था के कश्मीर से भी बदतर होने के बारे में एक कहानी गढ़ी है, इसलिए कश्मीर जैसे राज्य को तोड़ना काफी संभव है. दासगुप्ता ने कहा, 'अंग्रेजों के शासन में बंगाल को इस विभाजन और शासन का सामना करना पड़ा है. इस गर्मी में राज्य के चुनावों में भारी हार के बाद मोदी और उनके लेफ्टिनेंट उसी रास्ते पर चल सकते हैं.' उन्होंने कहा, 'मोदी और शाह उस हार को स्वीकार नहीं कर सकते. वे ममता को विभिन्न मोर्चों पर टक्कर देंगे और बंगाल के मंत्रियों की यह नई ब्रिगेड गेम प्लान का हिस्सा है.'

यह भी पढ़ेंः तालिबान से निपटने भारत की नई रणनीति, फिर मुंह की खाएगा पाकिस्तान

2024 समेत 2026 पर निगाहें
शांतनु ठाकुर का उत्थान विशाल मटुआ समुदाय में भाजपा की स्थिति को मजबूत करने के लिए है, जितना कि सुभाष सरकार का उद्देश्य बांकुरा-पुरुलिया बेल्ट में पार्टी की स्थिति को मजबूत करना है, जहां बड़ी झारखंडी आदिवासी आबादी भाजपा की ओर बढ़ी है, जैसे उत्तर बंगाल में राजबोंगशी और दार्जिलिंग की पहाड़ियों में गोरखा. भाजपा स्पष्ट रूप से 2024 के लोकसभा और 2026 के बंगाल चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रही है. मतुआ, राजबंशी, झारखंडी जनजाति, कोयला खदान और जूट मिल क्षेत्रों में हिंदी भाषी लोग पार्टी को एक वैकल्पिक सामाजिक गठबंधन और मंत्रियों की पसंद देंगे. राज्य उस फोकस से उपजा है.

टीएमसी ने करार दिया गैंग ऑफ फोर
भाजपा के राज्य नेतृत्व का कहना है कि चुनाव प्रदर्शन से प्रेरित होते हैं. तृणमूल नेताओं का कहना है कि भाजपा ने राज्य सरकार को परेशान करने के लिए एक गैंग ऑफ फोर को एक हमलावर टीम के रूप में एक साथ रखा है. तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ये मंत्री विपक्षी नेता सुवेंदु अधिकारी और राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के साथ मिलकर काम करेंगे. हम परेशानी की उम्मीद करते हैं, लेकिन हम तैयार हैं और प्रमाणिक का इस्तेमाल बंगाल में सीएए को आगे बढ़ाने के लिए किया जाएगा. लेकिन वह अपना नाम नहीं बताना चाहते थे क्योंकि उन्हें औपचारिक रूप से मीडिया को जानकारी देने का अधिकार नहीं था.

HIGHLIGHTS

  • पीएम मोदी ने कैबिनेट विस्तार में बनाए 4 मंत्री बंगाल से
  • ये सभी सूबे की मुख्यमंत्री के खिलाफ रखते हैं तीखे तेवर
  • अब दीदी को हर मोर्चे पर मिलेगी जोरदार टक्कर
PM Narendra Modi West Bengal Mamata Banerjee पीएम नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल Cabinet Expansion मंत्रिमंडल विस्तार ममता बनर्जी Gang Of Four गैंग ऑफ फोर
Advertisment
Advertisment
Advertisment