पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) का प्रथम चरण 27 मार्च को खत्म हो गया, लेकिन प्रदेश में दूसरे चरण के मतदान से पहले सियासत पूरे चरम पर है. भारतीय जनता पार्टी और टीएमसी के बीच कुर्सी पाने के लिए रस्साकसी खेल जमकर खेला जा रही है. इस बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बंगाल में बड़ी कार्रवाई करते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता छत्रधर महतो को गिरफ्तार किया है. छत्रधर महतो की गिरफ्तारी के बाद से राज्य की सियासत चुनावी माहौल में गर्म हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार, छत्रधर महतो की इस गिरफ्तारी के तार साल 2009 में हुई CPI(M) नेता प्रबीर महतो की हत्या से जुड़े हैं.
बताया जा रही है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता छत्रधर महतो सीएम ममता बनर्जी के करीबी नेता हैं. अहम बात तो ये है कि कभी माओवादी रहे महतो ने बीते साल टीएमसी का दामन थाम लिया था. इसके बाद सत्तारूढ़ टीएमसी की सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) विपक्ष के निशाने पर आ गईं थीं.
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार, अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट यानि UAPA के तहत महतो की गिरफ्तारी हुई है. छत्रधर महतो को रविवार को कोर्ट में पेश किया जा सकता है. हालांकि, टीएमसी नेता इससे पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं. वह बीते साल ही 10 साल तक जेल में रहने के बाद रिहा हुए थे. इसके बाद टीएमसी ने उन्हें शामिल कर लिया था.
दरअसल, गुरुवार को कलकत्ता हाई कोर्ट ने महतो को हफ्ते में तीन बार एनआईए दफ्तर में पेश होने के आदेश दिए थे. NIA ने अदालत के सामने कस्टडी में लेकर पूछताछ करने की मांग की थी. इस पर चीफ जस्टिस टीबीएन राधाकृष्णन और अरिजीत बनर्जी की डिविजन बेंच ने कहा था कि आरोपी को हर हफ्ता सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को सॉल्ट लेक ऑफिस में सुबह 11 बजे पेश होने के लिए कहा था.
छत्रधर महतो को साल 2009 में भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस को कथित तौर पर हाईजैक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. छत्रधर महतो पर आरोप है कि साल 2009 में उनके सहयोगियों ने फायरिंग करके राजधानी एक्सप्रेस को अपने कब्जे में करने की कोशिश की थी. लगभग 4 से 5 घंटे तक यह ड्रामा चला था.
HIGHLIGHTS
- TMC नेता छत्रधर महतो गिरफ्तार
- NIA ने देर रात 3 बजे की कार्रवाई
- ममता के करीबी नेता माने जाते हैं