पश्चिम बंगाल में चुनाव होने से पहले सियासी माहौल गर्म है. इस बीच विधानसभा के चुनाव पहले राजनीतिक हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. याचिकाकर्ता ने विपक्षी कार्यकर्ताओं की सुरक्षा की मांग है. यह याचिका वकील विनीत ढांडा ने दायर की है.
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याचिका में उन्होंने राज्य में हुई कार्यकर्ताओं की हत्या पर राज्य सरकार से रिपोर्ट लेने की भी मांग है. चुनाव में अर्धसैनिक बलों की नियुक्ति, फ़र्ज़ी मतदाताओं के नाम लिस्ट से हटाने की मांग भी की है. बता दें कि इससे पहले वकील विनीत ढांडा ने राफेल सौदे और दिशा सालियान मौत पर भी सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दायर की थी.
If didi (Mamata Banerjee) wants to refute the statistics & numbers related to West Bengal which were presented by the Union Home Minister, then she is welcome to present them publicly and explain them in a dissected manner, to the public: Dilip Ghosh, BJP West Bengal President https://t.co/BF12H067Co
— ANI (@ANI) December 23, 2020
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस लंबे समय से आमने-सामने हैं. बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं की हत्या को लेकर तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधती रही है. पिछले दिनों जब बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर बंगाल में हमला हुआ था, जिसके बाद से यह लड़ाई और बढ़ गई.
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बता दें कि नड्डा के काफिले पर हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कड़ा रुख़ अपनाया और बंगाल में तैनात तीन अधिकारियों को डेपुटेशन पर बुलाने का फ़ैसला ले लिया. इसको लेकर भी तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं. इसके बाद ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर फेडरल सिस्टम के ख़िलाफ़ जाने का आरोप लगाया है.
Source : News Nation Bureau