पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में टीएमएसी नेता के घर पहुंची ईडी टीम पर हमले में तीन अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. घायल अधिकारों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, बंगाल में जांच एजेंसी के अधिकारियों पर हमले के बाद सियासत भी तेज हो गई है. कांग्रेस ने सीधे-सीधे ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज हमला हुआ है कल हत्या भी हो सकती है. प्रदेश सरकार के गुंडों की ये करतूत है. ईडी अधिकारियों पर सत्तारूढ़ सरकार के गुंडों के हमले के बाद यह साफ हो गया है कि राज्य में कोई कानून-व्यवस्था नहीं है. आज वे घायल हुए, कल उनकी हत्या भी हो सकती है, यह मेरे लिए आश्चर्य की बात नहीं होगी."
ईडी अधिकारियों पर हमले के बाद मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने भी राज्य में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए इस मामले की जांच NIA से कराने की मांग की है. शुभेंदु अधिकारी ने NIA जांच की मांग की है.
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टीएमसी सांसद सेन ने बीजेपी पर साधा निशाना
वहीं, इस हमले पर टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों पर ही सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने कहा "केंद्रीय बलों से घिरे केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को भड़काया, इसलिए लगातार जवाबी प्रतिक्रियाएं होती रहीं. असल बात तो ये है कि भारत की जनता रोजाना दिल्ली से तैयार होने वाली इस तरह की गहरी साजिश को देखकर निराश है. ऐसा ही कुछ पश्चिम बंगाल में टीएमसी के मामले में हो रहा है.
दरअसल, ईडी के अधिकारी CRPF जवानों के साथ टीएमसी नेता शाहजहां शेख और शंकर आध्या के आवास पर सुबह 7.30 बजे छापेमारी करने पहुंची थी. इसी दौरान भीड़ ने उनकी गाड़ियों पर हमला कर दिया. इतना ही नहीं भीड़ ने पत्थर भी बरसाए. जानकारी के मुताबिक, भीड़ ने अधिकारियों को गाड़ी से निकालकर पहले तो बुरी तरह पिटाई की और फिर दूर तक घसीटकर अधिकारियों को ले गए. इसके बाद कुछ लोग खाली गाड़ी में जमकर तोड़फोड़ की.
Source : News Nation Bureau