राजस्थान विधानसभा सदन में सोमवार को एक बार फिर हंगामा हुआ. इस हंगामें के दौरान बीजेपी विधायकों ने विधानसभा सदन के वेल में जमकर नारेबाजी की और धरना दिया. दरअसल ये पूरा बवाल पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के बयान के बाद शुरू हुआ. मालवीय नगर से बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने प्रदेश में आरटीडीसी होटल्स को निजी कंपनियों को देने की योजना पर साल पूछा था. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा कि 29 अप्रैल 2019 को सीएस की अध्यक्षता में इस मामले पर बैठक हुई थी.
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इसके जवाब में पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा, अभी सरकार की ऐसी कोई मंशा नहीं है. उन्होंने कहा, मीटिंग तो होती रहती है लेकिन निर्णय नहीं लिया गया है. 17 जून 2015 को पिछली बीजेपी सरकार में भी मीटिंग हुई थी. आपकी सवाल पूछने की मंशा और मकसद क्या है.
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विश्वेन्द्र सिंह के इस बायन पर बीजेपी की ओर से नेता प्रतिपक्ष कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने आपत्ति जताई और हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान जमकर नारेबाजी भी की गई जिसमें विधायकों ने लोकतंत्र में तानाशाही नहीं चलेगी जैसे नारे लगाए. इस दौरान विधायकों ने मंत्री की तरफ से गलत आरोप लगाने जाने की भी बात की. इस दौरान विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष से मांग की कि वे मंत्री से माफी मांगने के लिए कहें. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने ऐसा नहीं किया जिससे हंगामा और बढ़ गया.
Source : News Nation Bureau