मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के किले को ढहाने के लिए बीजपी पूरी तरह जुट गई है. लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में 18 सीट पर जीत हासिल करने के बाद बीजेपी ने राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए दांव खेलने शुरू कर दिए है. अंतर्राष्ट्रीय राम मंदिर ट्रस्ट ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा में राम मंदिर बनाने की घोषणा की है, जिसका शिलान्यास उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 15 सितंबर को करेंगे. यानि कि अयोध्या से पहले राम मंदिर बंगाल में बनने जा रहा है.
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बता दें कि इससे पहले सीएम योगी ने अयोध्या में कोदंड राम की प्रतिमा का अनावरण किया था. 7 फीट ऊंची इस प्रतिमा को अयोध्या शोध संस्थान में लगाया गया है. अयोध्या के संतों का कहना है कि यहां कोदण्ड राम की प्रतिमा का लगना इस बात का संकेत है कि जल्द ही अब मंदिर का भी निर्माण शुरू होगा.
वहीं मंगलवार को सीएम ममता बनर्जी ने ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ती का अनावरण किया. उन्होंने यह भी ऐलान किया है कि क्षेत्र में विद्यासागर सहित बंगाल के चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी. ममता ने ये भी कहा , 'हम अपने चार आइकन- विद्यासागर, रवींद्रनाथ टैगोर, आशुतोष मुखोपाध्याय और काजी नजरुल इस्लाम की पूर्ण प्रतिमाओं का निर्माण करवा रहे हैं.'
19वीं सदी के समाज सुधारक विद्यासागर की एक अन्य आवक्ष-मूर्ती को 28 दिन पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान शहर के एक कॉलेज में तोड़ दिया गया था.
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गौरतलब है कि 'राम' को लेकर इन दिनों बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के बीच संग्राम छिड़ा हुआ है. हाल ही मैं सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो 'जय श्रीराम' नारा लगाने वाले पर गुस्से से चिल्ला रही थी. हालांकि इसके बाद ममता ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरीए बीजेपी पर धर्म को राजनीति में मिलाने और एक धार्मिक नारे का इस्तेमाल दुर्भावना के साथ पार्टी नारे के रूप में करने का आरोप लगाया था.
Source : News Nation Bureau