पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ आज यानि शनिवार को नंदीग्राम दौरे पर हैं. उन्होंने नंदीग्राम में चुनाव के बाद हुई हिंसा से प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से बात की. इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि राज्य कोविड और चुनाव के बाद हुई हिंसा के गंभीर संकट से गुजर रहा है.मैं मुख्यमंत्री से अपील करता हूं कि वो इस पर ध्यान दें, लाखों लोग जूझ रहे हैं. राज्यपाल यहां उन जगहों का दौरा करेंगे, जहां विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा की घटनाएं हुई थी.बता दें कि भाजपा के शुभेंदु अधिकारी ने हाल में नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनाव में हराया. अधिकारी पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं.
West Bengal: Governor Jagdeep Dhankhar visits Kenda Mari Jalpai village in Nandigram of Purba Medinipur district and interacts with the people affected by the post-poll violence in the state. pic.twitter.com/0iE93iiGbc
— ANI (@ANI) May 15, 2021
नंदीग्राम से बीजेपी विधायक सुवेंदु अधिकारी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ का स्वागत किया. नंदीग्राम में राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि यह ऐसा समय है जब हम सो नहीं सकते, हमारे राज्य के लिए यह बड़ी चुनौती है. राज्यपाल ने नंदीग्राम हिंसा पर कहा कि हम एक ज्वालामुखी पर बैठे हैं जहां लोग अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर हैं, उन्हें हर तरह के अपमान, हत्या, बलात्कार, लूट और जबरन वसूली के अधीन किया जा रहा है.
पश्चिम बंगाल: नंदीग्राम से भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम में राज्यपाल जगदीप धनखड़ का स्वागत किया. जगदीप धनखड़ नंदीग्राम में चुनाव के बाद हुई हिंसा से प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे. pic.twitter.com/eaYvMSC1d8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 15, 2021
राज्यपाल जदीप धनखड़ ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री पूरी गंभीरता से स्थिति पर ध्यान देंगी और सभी संबंधितों को पुनर्वास, घर निर्माण, मुआवजे और सुरक्षित करने के लिए काम करेंगी. उन्होंने कहा कि हम एक समाज के रूप में एकजुट रहें. जो भी विभाजनकारी ताकतें हैं, उन्हें नियंत्रित किया जाना चाहिए.
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गौरतलब है कि इससे पहले राज्यपाल धनखड़ ने चुनाव बाद की हिंसा से प्रभावित लोगों को आश्रय दे रहे असम के शिविर का दौरा किया. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने असम के रनपगली में एक शिविर का शुक्रवार को दौरा किया जहां खुद को भाजपा समर्थक बता रहे कई परिवारों ने शरण ली हुई है. इन परिवारों का आरोप है कि विधानसभा चुनावों के बाद सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता उनपर अत्याचार कर रहे थे.
उत्तर बंगाल में कूच बिहार से भाजपा सांसद नीतीश प्रमाणिक के साथ धनखड़ ने असम के धुबरी जिले में शिविर का दौरा किया और लोगों से बात की . महिलाएं एवं बच्चों ने यहां शरण ली हुई है.
शिविर में रहे लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने दो मई को चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से बंगाल में अपने घर छोड़ दिए हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि “तृणमूल कांग्रेस के गुंडों” ने उनके घरों में तोड़-फोड़ की.
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पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने सड़क मार्ग से कूच बिहार से रनपगली में शिविर तक की यात्रा की और चुनाव बाद की हिंसा से कथित तौर पर प्रभावित लोगों से मुलाकात की. उन्हें सीतलकूची में काले झंडे दिखाए गए जहां चार ग्रामीण चुनाव के दौरान केंद्रीय बलों की गोलीबारी में मारे गए थे जबकि जिले के दिनहाटा में उनके दौरे के वक्त “वापस जाओ” के नारे लगाए गए.
उनका दौरा होने तक राज्यपाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच जुबानी जंग होती रही. मुख्यमंत्री ने बुधवार को उन्हें पत्र लिखकर दावा किया कि चुनाव बाद की हिंसा से प्रभावित कूच बिहार जिले का उनका दौरा नियमों का उल्लंघन करता है जबकि धनखड़ ने यह कहते हुए पलटवार किया कि वह संविधान के तहत अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं.