आज के दिन ही 25 जून 1975 को भारत में इमरजेंसी लागू हुई थी. आज उस दिन की बरसी है, ऐसे में हर नेता उस दौर को याद कर रहा है. इसे लेकर टीएमसी (TMC) और बीजेपी (BJP) के नेता आमने-सामने आ गए हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने भी इसको लेकर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि आज इमरजेंसी की बरसी है, लेकिन पिछले पांच साल में देश में सुपर इमरजेंसी लागू हो गई है.
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ममता बनर्जी ने ट्वीट में लिखा, आज 1975 में घोषित इमरजेंसी की सालगिरह है. पिछले पांच सालों से देश ‘सुपर इमरजेंसी’ से गुजर रहा था. हमें अपने इतिहास से सबक सीखना चाहिए और देश में लोकतांत्रिक संस्थानों की सुरक्षा के लिए लड़ना चाहिए. इस बहाने ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है.
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वहीं, आपातकाल की बरसी पर केंद्रीय राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी (pratap chandra sarangi) ने कहा, आपातकाल तो पश्चिम बंगाल में लगना चाहिए, क्योंकि वहां तो कोई नियम कानून नहीं है, लेकिन हम लोकतंत्र में भरोसा रखते हैं. ममता बनर्जी को धन्यवाद अदा करना चाहिए.
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बता दें कि मोदी सरकार और ममता बनर्जी के बीच पिछले पांच साल में खटास है. इस दौरान ममता बनर्जी ने भी पूरे आक्रामक तरीके से भाजपा पर हमला किया. फिर चाहे वह सीबीआई का मामला हो, लोकसभा चुनाव या फिर पंचायत चुनाव. ममता और बीजेपी में तल्खी इतनी है कि उन्होंने प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण में आने से मना कर दिया था, नीति आयोग की बैठक में भी आने से इनकार कर दिया था.
इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद पड़ गई थी इमरजेंसी की 'नींव'
साल 1975 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी को चुनाव में धांधली करने का दोषी पाया था. उसके बाद उन पर 6 सालों तक कोई भी पद संभालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. उस वक्त देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी न्यायालय के इस फैसले को कैसे बर्दाश्त कर सकती थी. इंदिरा गांधी ने कोर्ट के इस फैसले को इंकार कर दिया और फिर सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की घोषणा की.