तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता कुणाल घोष ने पार्टी के प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि मैं टीएमसी का प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता नहीं रहना चाहता. मैं सिस्टम में फिट नहीं हूं. घोष ने अपने आधिकारिक X हैंडल से किए एक पोस्ट में लिखा कि मैं पार्टी कार्यकर्ता बनकर रहना पसंद करूंगा. मैं टीएमसी का प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता नहीं रहना चाहता. मैं इस सिस्टम में फिट नहीं हूं. कृप्या दलबदल की अफवाहों पर ध्यान नहीं दें'. उन्होंने X पर अपना बायो भी बदल लिया है और पार्टी का नाम हटाकर खुद को सिर्फ पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता बताया है.
पूर्व टीएमसी के राज्यसभा सांसद कुणाल घोष ने बीते दिन यानी गुरुवार को अपने एक्स पर बिना किसी का नाम लिए कटाक्ष किया था. उन्होंने लिखा था ''कुछ नेता अक्षम, स्वार्थी और गुटबाजी करने वाले हैं. वे पूरे साल कामचोरी करते हैं और चुनाव करीब आने पर दीदी (ममता बनर्जी), अभिषेक (अभिषेक बनर्जी) और टीएमसी के नाम पर जीत हासिल करते हैं. ऐसा बार-बार नहीं होगा." जीत पार्टी कार्यकर्ताओं के उत्साह पर निर्भर करती है, व्यक्तिगत लाभ-हानि पर नहीं.
पार्टी के कुछ नेताओं से नाराज चल रहे थे कुणाल घोष
बता दें कि कुणाल घोष के इस्तीफे के साथ ही अफवाहों का बाजार भी गर्म हो गया है. कुछ लोगों का कहना है कि वो बीजेपी में शामिल होने के लिए टीएमसी से अपना रिश्ता तोड़ा..वहीं, कुछ राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो वो पार्टी के कुछ नेताओं से खफा चल रहे थे. इसलिए उन्होंने पार्टी में बड़े पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, अभी तक साफ नहीं हुआ है कि कुणाल घोष ने इस्तीफा क्यों दिया है.
Source : News Nation Bureau