पश्चिम बंगाल सरकार में परिवहन मंत्री रह चुके मदन मित्रा ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी के 200 सीट जीतने के दावे के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मैं भाजपा को एक बात बताना चाहता हूं कि अगर दूध मांगोगे तो खीर देंगे, लेकिन अगर बंगाल मांगोगे तो चीर देंगे. उन्होंने कहा कि इसी बंगाल की धरती पर जंग होगा और आप लोग भले ही रोज कहते हो कि मार देंगे पीट देंगे, लेकिन इस 22 गज की पिच पर हम लोग लड़ाई लड़ेंगे. इसके लिए बाकायदा हम लोग वॉर्मअप कर पूरी तरह से तैयार हैं.
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बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल कोर कमेटी की मीटिंग कर पार्टी नेताओं को राज्य में दो सौ सीटें जीतने का रोडमैप समझाया. उन्होंने बूथ लेवल पर नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया. गृहमंत्री अमित शाह की ओर से तैयार पन्ना प्रमुख का मॉडल पश्चिम बंगाल में भी अपनाया जाएगा. वोटर लिस्ट के हर पन्ने पर दर्ज नामों को भाजपा के पाले में लाने की जिम्मेदारी एक-एक सक्रिय कार्यकर्ता को सौंपी जाएगी. सूत्रों के मुताबिक, टीएमसी से नाराज चल रहे कुछ सांसद और विधायकों के भाजपा में आने की इच्छा जताने के मसले पर भी विचार-विमर्श हुआ.
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पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए पहले कोर कमेटी की मीटिंग केंद्रीय मुख्यालय पर होनी थी, लेकिन बाद में यह मीटिंग गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर होनी तय हुई. सायं छह बजे से पश्चिम बंगाल भाजपा के सभी प्रमुख नेता गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर पहुंचे. इस बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय, राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, प्रदेश संगठन महामंत्री अमिताभ चक्रवर्ती प्रमुख रूप से हिस्सा लिए.
Source : News Nation Bureau