पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विधायक सत्यजीत बिस्वास की हत्या मामले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता मुकुल रॉय सहित 4 लोगों का नाम एफआईआर में दर्ज किया गया है. पुलिस ने कहा कि इसमें 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. शनिवार रात हंसखाली पुलिस स्टेशन के अंतर्गत फूलबारी में सरस्वती पूजा कार्यक्रम में शिरकत कर रहे बिस्वास की कुछ अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी थी. पुलिस ने बताया कि कृशनगर विधानसभा से विधायक बिस्वास को तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.
नादिया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) रूपेश कुमार ने कहा, 'इस मामले में आरोपियों की पहचान सुजीत मंडल और कार्तिक मंडल के रूप में की गई है.' उन्होंने कहा कि हंसखाली पुलिस स्टेशन के ऑफिसर-इन-चार्ज को सस्पेंड कर दिया गया है, हालांकि इसका कारण अभी नहीं बताया गया है.
विधायक की हत्या मामले में शनिवार को ही एफआईआर दर्ज हुई थी. पुलिस के सूत्रों के अनुसार, विधायक को नजदीक से कई राउंड गोली मारी गई थी, जब वह कार्यक्रम में शामिल होकर स्टेज से नीचे आ रहे थे.
टीएमसी ने इस हत्या के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को आरोपी ठहराया है, वहीं बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. टीएमसी के जिलाध्यक्ष गौरी शंकर दत्ता ने कहा कि बीजेपी नेताओं ने बिस्वास को मारने की साजिश रची थी क्योंकि उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार को बड़े अंतर से हराया था.
उन्होंने कहा, 'सत्यजीत बिस्वास लंबे समय से बीजेपी के निशाने पर थे. बीजेपी के लिए मटुआ समुदाय के वोट को पाने के लिए मुकुल रॉय और सौमित्रों ठाकुर के प्रयासों में वे एक दीवार की तरह थे. बिस्वास की हत्या मुकुल रॉय की करतूत है. वे (रॉय) बीजेपी को मजबूत करने के लिए लगातार इस इलाके का दौरा कर रहे हैं. वह साजिशकर्ता हैं. हम इसके लिए लड़ेंगे और न्याय करेंगे.' उन्होंने कहा कि बीजेपी राज्य में रक्तपात की राजनीति कर रही है.
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ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी के पूर्व नेता मुकुल रॉय ने 2017 में पार्टी छोड़ी थी और बीजेपी में शामिल हो गए थे.
नादिया जिले के जिला परिषद सदस्य संतोष कुमार गुहा ने कहा, 'सत्यजीत बिस्वास एक अच्छे व्यक्ति थे. मुझे शंका है कि उनका कोई दुश्मन भी था. बीजेपी जैसी राजनीतिक पार्टियां हमेशा बिस्वास को यहां से हटाने के बारे में सोचती आयी है. इसलिए बीजेपी से ही किसी ने उन्हें मारा होगा.'
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वहीं इस घटना पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि यह अत्यंत दुखद है. उन्होंने कहा, 'यह दिखाता है कि ममता बनर्जी के बंगाल की पूरी कानूनहीनता में सत्ताधारी पार्टी के विधायक भी सुरक्षित नहीं हैं. पिछले कुछ महीनों में टीएमसी नेता और समर्थक की हत्या हुई है. वे हमारी पार्टी पर आरोप लगाते हैं. बीजेपी टीएमसी विधायक को कैसे मार सकती है? हमारी सुरक्षा अपने आप में एक सवाल है.'
Source : News Nation Bureau