पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में सियासी बवाल मचा है. एक तरह बीजेपी राज्य की कानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों को लेकर ममता बनर्जी पर हमलावर है तो दूसरी ओर सरकार और राज्यपाल आमने-सामने हैं. दोनों के बीच टकराव इतना बढ़ गया है कि बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ को तत्काल हटाने की मांग की है.
यह भी पढ़ें: टैगोर-नेताजी का योग्य उत्तराधिकारी कैसे बन सकते हैं, अमर्त्य सेन ने बताया
राष्ट्रपति को लिखे अपने पत्र में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. ज्ञापन में लिखा गया है, 'हम प्रस्तुत करते हैं कि राज्यपाल संविधान के संरक्षण, सुरक्षा और बचाव में विफल रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट द्वारा घोषित कानून का बार-बार उल्लंघन करते हैं.' इसे लेकर सुखेंदु सेखर रॉय ने एक प्रेस मीट कर इस बात की जानकारी भी दी है.
यह भी पढ़ें: CM ममता बोलीं- MLA खरीदने से TMC नहीं होगी खत्म, पहले ये पता करो
ममता बनर्जी की पार्टी की ओर से टीएमसी सांसद सुखेंदु सेखर रॉय ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर पश्चिम बंगाल को तत्काल हटाने की मांग की गई है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को हटाने की मांग के साथ टीएमसी सांसद सुखेंदु शेखर रॉय के अलावा सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय, सांसद डेरेक ओ ब्रायन, सांसद कल्याण बनर्जी और सांसद काकोली घोष ने भी ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
उधर, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक बार फिर पश्चिम बंगाल में निष्पक्ष चुनाव होने पर संदेह व्यक्त किया है. उन्होंने प्रशासन के कार्यशैली पर फिर सवाल उठाया है. आज मंदिर में पूजा के बाद उन्होंने कहा कि राज्य से हिंसा की विदाई हो इसके लिए आज मैंने पूजा की. उल्लेखनीय है कि बंगाल में कानून व्यवस्था को लेकर राज्यपाल और सरकार में ठनी हुई है. राज्यपाल कई बार बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पर हिदायत दे चुके हैं. बीते दिनों बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले के बाद से राज्यपाल ममता बनर्जी के खिलाफ मुखर हैं.