पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच राजनीतिक लड़ाई अब विकृत रूप ले चुका है. दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच लड़ाई की ख़बरें अब आम होने लगी है. बता दें कि सिर्फ 24 घंटे के भीतर बंगाल में दो भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है. राज्य की कानून व्यवस्था बिल्कुल खराब हो गई है और इस पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं.
सुकदेब प्रामाणिक नाम के भाजपा कार्यकर्ता की आज रविवार को हत्या कर दी गयी. इससे पहले कल शनिवार को उत्तर 24 परगना के हलिशहर में टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के कार्यकर्ताओं पर हमला किया था. इस हमले में एक की मौत हो गई, जबकि छह गंभीर रूप से घायल हो गए. बता दें की जब से बंगाल में विधान सभा चुनाव की सुगबूगाहट शुरू हुई है तभी राजनीतिक हत्या भी शुरू हुई. इस पर बंगाल बीजेपी ने ट्वीट कर जानकारी दी 'कटवा के भाजपा कार्यकर्ता सुकदेव प्रमाणिक की टीएमसी के गुंडों ने निर्मम हत्या कर दी. 24 घंटे से कम समय में दो भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है. यह दिखता है कि दीदी सत्ता में बने रहने के लिए कितने हताश हैं. लेकिन वह असफल होंगी! लोगों ने बंगाल में शांति बहाल करने और 2021 में टीएमसी को उखाड़ने का फैसला किया है.
पश्चिम बंगाल बीजेपी उपाध्यक्ष विष्वप्रिय रायचौधरी ने कहा कि ममता बनर्जी जानबूझकर हत्या करा रही हैं ताकि पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाए और उनको विक्टिम कार्ड खेलने का मौका मिल जाए. पश्चिम बंगाल में बिल्कुल राष्ट्रपति शासन लागू नहीं होगा. हम लोग ममता बनर्जी की राजनीति को राजनीति के मैदान में ही उखाड़ देंगे. ममता बनर्जी को बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या कराने से आनंद मिलता है. बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह कल मारे गए भाजपा कार्यकर्ता सौकत बिस्वाल के घर पंहुच कर परिवारवाले को सांत्वना दी. उन्होंने कहा कि वह पार्टी का नौजवान कार्यकर्ता था, उसका खून व्यर्थ नहीं जाएगा. टीएमसी के लोग चाहे कुछ भी बोलें यह बंगाल का दुर्भाग्य है कि पहले वामपंथ और अब ममता बनर्जी के हत्या अभियान को पश्चिम बंगाल झेल रहा है. वामपंथ के बाद ममता बनर्जी का आना पुरानी बोतल में नई शराब जैसा है. ममता बनर्जी को पाकिस्तान जिंदाबाद करना है तो करें हम लोग जय श्री राम का ही नारा लगाएंगे.
Source : News Nation Bureau