पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष दिलीप घोष एक बार फिर अपने कुत्ते वाले बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं. दरअसल बुधवार को कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते वक्त उन्होंने एक बार फिर अपने कुत्ते वाले बयान को दोहराया लेकिन अपने शब्दों में थोड़ा बदलाव कर दिया. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, 'अगर हम सत्ता में आए तो देश विरोधी लोग जो सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं, उनको लाठियों से मारेंगे, गोली मारेंगे और जेल भी भेजेंगे.
दिलीप घोष ने आगे कहा, 'पश्चिम बंगाल जब नक्सलवाद से प्रभावित था तो उस समय सिद्धार्थ शंकर रे ने कई युवाओं को मारा था. उनकी पीठ पर गोली मारी थी. उस दौरान उनकी तारीफ करने वाले आज अहिंसा की बात कर रहे हैं. क्या वो लोग बूढ़े हो गए हैं या उनका खून ठंडा हो गया है.' उन्होंने कहा, ममता बनर्जी दार्जिलिंग गई थीं और वहां उन्होंने कहा कि जो हमसे टकराएगा, चूर-चूर हो जाएगा. पुलिस फायरिंग में 11 गोरखा मारे गए. कम्युनिस्टों ने मोरिरझापी में 6 पूर्व ब्लॉक सदस्यों और कई शरणार्थियों को मार डाला था.'
क्या था दिलीप घोष का कुत्ते वाला बयान?
बता दें, इससे पहले दिलीप घोष ने कहा था कि caa को लेकर हिंसक प्रदर्शन के दौरान जिस तरह उपद्रवियों को गोली मारी गई, उसी तरह वो पश्चिम बंगाल में भी अराजक तत्वों को कुत्तों की तरह गोली मारेंगे. वहीं दूसरी तरफ सीपीएम विधायक सुजान चक्रवर्ती दिलीप घोष के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, दिलीप घोष का कहना है कि यूपी और असम पुलिस लोगों को कु्त्तो की तरह गोली मारी. हम पूछते हैं कि क्या हकीकत में यूपी और असम पुलिस ने ऐसा किया. क्योंकि हमारे समय में तो पुलिस ने आखिरी समय पर मजबूर होकर गोली चलाई थी और वो कह रहे हैं कि उन्होंने लोगों को कुत्तों की तरह मारा.'
Source : News Nation Bureau