पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव को लेकर हिंसा का दौर जारी है. इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष और नंदीग्राम के विधायक शुभेंदु अधिकारी ने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोला है. शुभेंदु ने चुनाव आयोग पर हमला बोलते हुए कहा, राज्य चुनाव आयुक्त ममता बनर्जी के लिए सुपारी किलर की तरह काम कर रहे हैं. आपको बता दें कि मतदान के दौरान अब तक 14 लोगों की हत्या हो चुकी है. शनिवार को सुबह सात बजे जैसे ही पंचायत चुनाव के लिए मतदान शुरू हुआ, राज्य भर से हिंसा और अशांति की खबरें सामने आने लगीं.
सबसे ज्यादा अशांति मुर्शिदाबाद में देखी गई. यहां पर शुक्रवार रात से ही बमबारी और गोलीबारी आरंभ हो गई. पश्चिम बंगाल चुनाव में मतदान के समय सबसे पहली घटना बाबर अली की मौत से हुई. उस पर घर के बाहर ईट से हमला किया गया. खरग्राम और रेजीनगर में दो तृणमूल कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई.
I visited the booth No 176,Sukhdevpur, Dakshin Dinajpur today.Police personnel told that save us from these goons. These goons are taking all measures to rig this election. They aren’t even sparing police personnel.
— Dr. Sukanta Majumdar (@DrSukantaBJP) July 8, 2023
This is the shocking reality of Didi’s ruling. @CEOWestBengal pic.twitter.com/zy1VMdQXg6
नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने चुनावी हिंसा को लेकर कहा कि पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव लोकतंत्र का पर्व है. उन्होंने चुनाव आयुक्त को सीएम ममता बनर्जी का गुर्गा बताया. उन्होंने कहा वे पूरे राज्य सीएम की योजनाओं को क्रियान्वित कर रहे हैं. शुभेंदु ने तंज कसते हुए कहा कि ये है उनका डेमोक्रेटिक मॉडल. प्रदेश भाजपा ने हमला करते हुए कहा कि जैसा कि अपेक्षित था. कोई पुलिस यहां पर मौजूद नहीं है.
अब तक 2200 शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं. चुनाव आयोग कहीं नजर नहीं आ रहा है. कई जगहों पर रात में मतदान हुआ. यहां पर बूथ पर कई पीठासीन अधिकारियों की पिटाई हुई. उन्होंने कहा कि अधिकतर बूथों पर पुलिस मौजूद नहीं थी. उन्होंने कहा कि कई जगहों पर हमारे कार्यकर्ताओं को अगुवा कर लिया गया. तृणमूल की शह पर न्यू टाउन में रात को वोटिंग हुई. उन्होंने बताया कि अब तक भाजपा के आठ उम्मीदवारों का अपहरण हो चुकी है. हर जगह हिंसा तांडव जारी है. भाजपा के केंद्रीय नेताओं ने ममता की सरकार पर हमला किया है. नेताओं ने तंज कसा कि यह ममता बनर्जी की अगुवाई में प्रजातंत्र चल रहा है.
HIGHLIGHTS
- सबसे ज्यादा अशांति मुर्शिदाबाद में देखी गई
- अब तक 2200 शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं
- अधिकतर बूथों पर पुलिस मौजूद नहीं थी