पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शनिवार को राज्य सरकार से कहा कि निजी सुरक्षा अधिकारी बलविंदर सिंह को तत्काल रिहा किया जाए. उन्होंने कहा कि यह मानवाधिकार उल्लंघन का मामला है. पिछले सप्ताह सिंह को गिरफ्तार करने के दौरान उनकी पगड़ी गिर गई थी. धनखड़ ने कहा कि पूर्व सैनिकों के एक दल ने उनसे मुलाकात कर मांग रखी कि पूर्व सैनिक सिंह के विरुद्ध मामला वापस लिया जाए.
राज्यपाल ने ट्वीट किया , “पूर्व सैनिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुझसे मुलाकात कर बलविंदर सिंह के विरुद्ध दर्ज मामला वापस लेने और तत्काल रिहाई की मांग की है. पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा मानवाधिकार उल्लंघन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी से आग्रह है कि बलविंदर सिंह को रिहा करें और मामला वापस लें. राज्यपाल ने तीन दिन पहले सिंह की पत्नी करमजीत कौर और उनके बेटे से मुलाकात की थी.
उन्होंने 11 अक्टूबर को दिल्ली से आए सिख प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की थी और कहा था कि अपनी कार्रवाई को सही ठहराने की बजाय पुलिस को उसे सुधारना चाहिए. भाजपा द्वारा आठ अक्टूबर को आयोजित ‘नबन्ना मार्च’ के दौरान कथित तौर पर पुलिस द्वारा सिंह को पीटते हुए और उनकी पगड़ी खींचते हुए एक वीडियो सामने आया था जिसके बाद विवाद उत्पन्न हो गया था. सिंह वर्तमान में हावड़ा पुलिस की हिरासत में हैं.
Source : Bhasha