पश्चिम बंगाल (west bengal) के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep dhankhar) ने सोमवार को राज्य सरकार से लॉकडाउन में क्रमिक ढील देने के विरूद्ध केंद्र द्वारा दी गयी चेतावनी पर ध्यान देने की अपील की और कहा कि अगर अधिकारियों से कोई चूक हुई है तो उन्हें इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन में क्रमिक रूप से ढील दिये जाने को लेकर पिछले सप्ताह चिंता प्रकट की थी और राज्य से सामाजिक मेल-जोल से दूरी रखने के नियम का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाने का आह्वान किया था. उससे पहले मुर्शिदाबाद और सिलीगुड़ी में लॉकडाउन के कथित उल्लंघन की खबर आयी थी.
धनखड़ ने ट्व़ीट किया, ‘(मैं) ममता से राजभवन के साथ टकराव खत्म करने की अपील करता हूं. हम कोरोना महामारी से लड़ रहे हैं. ऐसे में हमें राज्य के हित में एक साथ मिलकर काम करना चाहिए. गृह मंत्रालय की चेतावनी से सुधार की दिशा में कदम उठाये जाने चाहिए. अधिकारियों को सामाजिक मेल-जोल से दूरी के अनुपालन एवं धार्मिक कार्यक्रमों संबंधी चूकों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.’
लॉकडाउन विस्तार व्यापक सर्तकता की मांग करती है
उन्होंने लिखा, ‘लॉकडाउन विस्तार व्यापक सर्तकता की मांग करती है. सभी को कोरोना महामारी से लड़ाई में अपना 100 फीसदी योगदान देना चाहिए. गृह मंत्रालय की चेतावनी को गंभीरता से लिया जाना चाहिए एवं राजनीति को दरकिनार किया जाना चाहिए.’
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इससे पहले राज्यपाल ने ट्वीट किया था, ‘सरकार कोविड-19 (COVID-19) से निपटने के लिए उठाये जा रहे कदमों को लेकर उन्हें जानकारी नहीं दे रही है.’
देश किसी ‘सांप्रदायिक वायरस’ से नहीं बल्कि बीमारी से लड़ रहा है
कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते लगाये गये लॉकडाउन के बीच केंद्र और पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया था. केंद्र ने राज्य में धार्मिक कार्यक्रमों एवं गैर जरूरी सामानों की बिक्री पर आपत्ति की थी. इसपर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पलटवार करते हुए कहा था कि देश किसी ‘सांप्रदायिक वायरस’ से नहीं बल्कि बीमारी से लड़ रहा है.