पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने चक्रवात यास के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा के लिए क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र का दौरा किया. वे कहते हैं, ''मैं सभी से अपील करता हूं कि मौसम विभाग की एडवाइजरी को हल्के में न लें. एनजीओ भी उचित राहत के साथ जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आएं.'' दरअसल, बंगाल की खाड़ी से उठे बहुत भीषण चक्रवाती तूफान 'यास' का असर दिखना शुरू हो गया है. चक्रवाती तूफान के पहुंचने से पहले ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है. चक्रवात यास की वजह से ओडिशा के भुवनेश्वर और बंगाल के दीघा में बारिश पड़ रही है. इसके अलावा भी अन्य हिस्सों में चक्रवात का असर दिख रहा है. तीव्र चक्रवाती तूफान यास की वर्तमान स्थिति पूर्व मध्य और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में है. मौसम विभाग ने ओडिशा के कई जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया है. 180 की स्पीड से हवाएं चलने की संभावना है.
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तूफान अभी पूर्व मध्य और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में
मौसम विभाग भुवनेश्वर के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने बताया है कि चक्रवात यास पाराद्वीप के दक्षिण और दक्षिण पू्र्वी दिशा में 320 किलोमीटर और बालासोर के दक्षिण, दक्षिण पूर्व में 430 किलोमीटर है. कल दोपहर इसके पाराद्वीप और सागर द्वीप और चांदबाली और धामरा के बीच लैंडफॉल होने की संभावना है. मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि अभी यह तूफान पूर्व मध्य और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में है, जो उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है.
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पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 10 और टीमें तैनात
चक्रवात यास के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 10 और टीमें तैनात की गईं. एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने बताया कि राज्य में कुल 45 टीमें तैनात हैं. मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान यास के बहुत तीव्र चक्रवाती तूफान की तरह 26 मई की दोपहर उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल तटों को बालासोर के आसपास पारादीप और सागर द्वीप के बीच पार करने की बहुत संभावना है.
HIGHLIGHTS
- राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र का दौरा किया
- चक्रवात यास के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा की
- तूफान अभी पूर्व मध्य और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में