पश्चिम बंगाल के कई जिलों में रविवार को पुलिस ने 'विजय संकल्प' बाइक रैलियों में भाग ले रहे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं को रोका, झड़प के दौरान किए गए लाठी चार्ज में कई लोग घायल हो गए और कुछ को हिरासत में ले लिया गया. बाइक रैली की शुरुआत शुक्रवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मध्य प्रदेश के उमरिया में की थी. ये बाइक रैलियां चुनाव से पहले भाजपा के देशव्यापी प्रचार अभियान का हिस्सा हैं.
कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने बोर्ड परीक्षाओं व यातायात मुद्दे का हवाला देते हुए ऐसी रैलियां निकालने की इजाजत नहीं दी है.
कोलकाता में पुलिस ने सेंट्रल एवेन्यू, जोरबाग, काकुरगाची व दूसरी महत्वपूर्ण जगहों पर रैलियों को रोक दिया, जबकि उत्तर 24 परगना, हावड़ा, पश्चिम बर्दवान, दक्षिणी दिनाजपुर, कूचबिहार व पश्चिम मेदिनीपुर जिलों में इन रैलियों में व्यवधान डाले जाने की खबर है.
पश्चिम मेदिनीपुर के गोलटोरे इलाके में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस के बैरिकेड को तोड़ने का प्रयास किया, जिसके कारण पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान कई लोग घायल हो गए.
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पुलिस के मुताबिक, पश्चिम बर्दवान जिले के बाराबोनी में रैली के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं का सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ झड़प हो गई. बाराबोनी में रैली का नेतृत्व बीजेपी नेता व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो कर रहे थे. उन्होंने पुलिस पर रैली को रोकने का प्रयास करने का आरोप लगाया.
सुप्रियो ने कहा, 'जब हमें लोगों का समर्थन मिल रहा है तब हमारी शांतिपूर्ण रैली को क्यों रोका जा रहा है?'
उधर, दुर्गापुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ हाथापाई की, जिसके बाद रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को बुलाया गया.
राज्य बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि इस तरह की 100 रैलियां बंगाल में आयोजित हो रही हैं.
उन्होंने कहा, 'मैंने दुर्गापुर में एक रैली को हरी झंडी दिखाई. हमारे कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है और इस तरह की गिरफ्तारी हर जगह हो रही होगी. लेकिन हम सफल होंगे.'
Source : IANS