पश्चिम बंगाल में संदेशखाली का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. यहां पर पीड़ित महिलाओं के बीच असंतोष पनपता दिखाई दे रहा है. महिलाओं का विरोध प्रदर्शन उग्र हो चुका है. वे टीएमसी नेता अजीत मैती की गिरफ्तारी की मांग की रही हैं. शनिवार को यही मांग महिलाओं ने उठाई थी. आपको बता दें कि टीएमसी के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को लगातार दूसरे दिन पश्चिम बंगाल के संकट ग्रस्त संदेशखाली का दौरा किया और ग्रामीणों की शिकायतें सुनीं. यहां पर लोग सत्तारूढ़ दल के स्थानीय नेताओं के कथित अत्याचारों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रतिनिधिमंडल में राज्य के मंत्री पाथ भौमिक और सुजीत बोस शामिल थे. उन्होंने बरमाजुर क्षेत्र का दौरा किया. यहां पर दोनों ने एक सभा को संबोधित किया. राज्य के सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक ने कहा कि हमें डेढ़ माह का समय दिया जाए.
नजदीकी क्षेत्र में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में बीते कई दिनों से हंगामा कायम है. संदेशखाली के नजदीकी क्षेत्र में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान महिलाओं ने टीएमसी नेता अजीत मैती की गिरफ्तारी की मांग की. आपको बता दे कि शनिवार को टीएमसी के स्थानीय नेता अजीत मैती के खिलाफ महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया था.
आपको बता दें कि TMC के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को लगातार दूसरे दिन पश्चिम बंगाल के संकटग्रस्त संदेशखाली का दौरान किया और उन ग्रामीणों की शिकायतों पर सुनवाई कि जो स्थानीय नेताओं के अत्याचारों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. प्रतिनिधिमंडल में राज्य के मंत्री पार्थ भौमिक और सुजीत बोस भी शामिल थे. उन्होंने बरमाजुर का दौरा किया, यहां हाल ही में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ था. उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी क्षेत्र के हर निवासी के आंसू पोछने को लेकर प्रतिबद्ध हैं.
टीएमसी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई
भौमिक के अनुसार, वह और अग्निशमन और आपातकालीन सेवा मंत्री सुजीत बोस आने वाले समय में नियमित रूप से ग्रामीणों से बातचीत करने वाले हैं. उन स्थानीय टीएमसी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के बारे में पूछने पर जिन्होंने महिलाओं के अत्याचार किया. उस पर उन्होंने कहा कि पार्टी ने पहले ही उन्हें हटा दिया है. पुलिस ने जांच आरंभ कर दी है. बोस ने सभा में कहा कि हम यहां आपकी बात सुनने के लिए ही आए हैं. हमें बाहरी न समझा जाए.
Source : News Nation Bureau