Bad News: अगर आप भी प्रधानमंत्री गरीब अन्नमूलन के लाभार्थी हैं तो सावधान हो जाएं. क्योंकि बहुत जल्द सरकार करोड़ों राशन कार्डों को रद्द करने वाली है. संदिग्ध राशन कार्डों की सूची बना ली गई है. हर राज्य से लाखों ऐसे राशन कार्ड हैं जिन्हें जिन्हें संदिग्ध की श्रेणी में रखा गया है. यदि कोई भी राशन कार्ड धारक नई नियमावली का पालन नहीं करता है तो उसे रद्द कर दिया जाएगा. नए नियमों में सबसे बड़ा नियम ईकेवाईसी का है. क्योंकि योजना में फर्जीवाड़ा पनपने लगा है. ईकेवाईसी के माध्यम से कार्ड धारकों की पात्रता की जांच की जा रही है. क्या वास्तव में लाभ पाने वाला व्यक्ति योजना के लिए पात्र है अथवा नहीं...
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केवाईसी की अनिवार्यता
आपको बता दें कि राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य कर दी गई है. यह प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी की जा सकती है, जिसमें आपको अपने राशन कार्ड और आधार कार्ड की जानकारी दर्ज करनी होगी. यह कदम सुनिश्चित करेगा कि योजना का लाभ सही लाभार्थियों तक पहुंचे और राशन वितरण में पारदर्शिता बनी रहे. आपको बता दें कि आज देश में लगभग 80 करोड़ से ज्यादा लोग योजना का लाभ पा रहे हैं. लेकिन अभी तक 50 प्रतिशत लोगों ने भी ईकेवाईसी नहीं कराया है. जिसके चलते ऐसे राशन कार्डों को विभाग ने अलग श्रेणी में डाल दिया है. इन्हें कभी भी निष्क्रिय कर दिया जाएगा..
ताकि हर जरूरतमंद तक पहुंचे लाभ
यही नहीं, सरकार ने उन लोगों को चेतावनी दी है, जो गलत तरीके से राशन कार्ड का उपयोग कर रहे हैं. यदि आपने फर्जी राशन कार्ड बनवाया है, तो इसे जल्द से जल्द सरेंडर कर दें. ऐसा करने पर आप किसी भी कानूनी कार्रवाई से बच सकते हैं. फर्जी राशन कार्ड रखने वालों पर जल्द ही सख्त कार्रवाई हो सकती है. फर्जी राशन कार्डों की अलग से सूची तैयार की जा रही है. आपको बता कि इसके पीछे सरकार का उद्देश्य हर जरूरतमंद तक योजना का लाभ पहुंचाना है. सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से न केवल गरीबों को मदद मिलेगी, बल्कि राशन वितरण प्रणाली में सुधार भी होगा...
अपात्र लोगों को भी चेतावनी
आपको बता दें कि विभाग ने ऐसे लोगों को भी चेतावनी दी है. जिन्होने अपात्र होते हुए भी राशन कार्ड बनवाया है. क्योंकि राशन की दुकानों पर कई लोग चार पहिया लेकर गेंहूं और चावल लेने पहुंचते हैं. ऐसे लोगों को भी चिंहित किया जा रहा है. इसके अलावा लाखों लोग टैक्सपेयर्स होने के बावजूद भी फ्री राशन योजना का लाभ ले रहे हैं. इनका भी अलग से डेटा तैयार किया जा रहा है...