खुशखबरी : भ्रूण हत्या देश में अभिशाप बन चुकी है. हालांकि देश सहित हर राज्य की सरकारों ने इस अपराध को गंभीरता से लिया है. साथ ही नए-नए नियम भी बनाए हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इसके लिए बाकायदा योजना शुरू की है. जिसका नाम मुखबिर योजना रखा है. यानि भ्रूण हत्या का खुलासा करने वाली टीम को पूरे दो लाख रुपए सरकार की ओर से दिये जाएंगे. पैसे मिलने की पूरी प्रक्रिया लोकल स्तर पर मुख्य चिकित्साधिकारी की देखरेख में संपन्न होगा. यही नहीं मुखबिर योजना से उद्देश्य की पूर्ती भी हुई है. आइए क्या है 2 लाख रूपए की मोटी रकम पाने का फॅार्मुला, साथ ही योजना से जुड़ने के लिए क्या करना होगा जरूरी..हालांकि योजना योजना पुरानी है. लेकिन कई लोग इसके बारे में अनजान हैं..
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कैसे मिलते हैं दो लाख रुपए
दरअसल यूपी सरकार ने भ्रूण हत्याएं रोकने (prevent infanticide)के लिए मुखबिर योजना (Mukhbir Yojana)की शुरूआत की थी. स्कीम के तहत एक टीम का गठन किया जाता है. जिसमें भ्रूण हत्या रोकने वाले व्यक्ति को पूरी टीम के लिए 2 लाख रुपए दिये जाते हैं. साथ ही मुखबिरी करने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह गुप्त भी रखी जाती है. आंकडों के मुताबिक मुखबिर योजना से भ्रूण हत्या करने वाले गिरोह का पर्दाफास होने के कई मामले भी सामने आए हैं.
गर्भवती महिला भी होगी शामिल
प्रदेश में अभी चोरी-चुपके लिंग जांच कर भ्रूण हत्याएं हो रही हैं. मामले को गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यूपी मुखबिर योजना की शुरुआत की थी. जिसके तहत ऐसे लोगों की धरपकड़ की जाएगी.जो भ्रूण हत्याएं करा रहे हैं. हर जिले में मुखिबिरों की टीम का गठन किया गया है. प्रति टीम में 1 गर्भवती महिला का शामिल होना आवश्यक है. अगर आप भी मुखबिर टीम का हिस्सा बनकर पैसा कमाना चाहते हैं तो निकटवर्ती स्वास्थ्य विभाग में पता कर सकते हैं.
प्रति केस पकड़वाने के मिलते हैं 2 लाख रुपए
आपको बता दें कि ये टीम एक स्ट्रिंग ऑपरेशन के तहत काम करती है. टीम पता करती है कि उनके जिले में किस सेंटर्स पर लिंग परीक्षण हो रहा है. इसके बाद गर्भवती महिला वहां लिंग परीक्षण कराने जाती हैं. साथ ही टीम के अन्य सदस्य वीडियो बनाने व अन्य काम को अंजाम देते हैं. पूरे मामले की वीडियो विभाग को सौंपते ही टीम को 2 लाख रुपए का चैक दे दिया जाता है. इसके बाद ये पैसा इस तरह डिवाइड किया जाएगा. जैसे मुखबिर को 60 हजार रुपए, गर्भवती महिला को 1 लाख रुपए , सहायिका को 40 हजार रुपए दिये जाएंगे.