Diesel Vehicle Ban In India: अक्तूबर माह के 15 दिन बीतने को है, फिर से एनजीटी ने अलर्ट जारी किया है. क्योंकि दिल्ली एनसीआर में अक्तूबर से लेकर दिसंबर तक हवा बहुत जहरीली हो जाती है.. आपको बता दें कि इंडिया में लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है. जिसे देखते हुए सरकार ने इंडिया में डीजल वाहनों को बंद करने की अंतिम तारीख जारी कर दी है. हालांकि इससे पहले भी डीजल वाहनों की उम्र सिर्फ 10 साल ही थी. लेकिन अब इनकी ब्रिक्री पर भी सरकार रोक लगाने जा रही है.. जानकारी के मुताबिक ऊर्जा संक्रमण सलाहकार समिति की ओर से सरकार को एक रिपोर्ट और प्रस्ताव पेश किया गया है.
क्या है डेडलाइन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीजल वाहन सबसे ज्यादा प्रदूषण करते हैं. इसलिए तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित करना चाहिए. क्योंकि जैसे ही सर्दियां शुरू होती हैं प्रदूषण का स्तर भी बढ़ना शुरू हो जाता है. डीजल वाहनों पर प्रतिबंद लगाने के पीछे सरकार उद्देश्य ईवी वाहनों को बढ़ावा देना भी है. यही नहीं कुछ ही दिनों में सराकर ईवी पर सब्सिडी योजना की घोषणा भी करने वाली है. ऊर्जा संक्रमण सलाहकार समिति की ओर से 2027 से डीजल वाहनों की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाने की सिफारिश की गई है. यानि सिर्फ ढाई साल तक ही आप डीजल वाहन चला सकते हैं. उसके बाद कार कंपनीज भी डीजल वाहन बेचना बंद कर देंगी...
पहले यहां लगेगी रोक
आपको बता दें कि शुरुआती दौर में देश के कुछ चुनिंदा शहरों में डीजल वाहनों पर प्रतिबंद लगाया जाएगा. इसके लिए यह मानक तय किये गए हैं. जिन शहरों की आबादी 10 लाख से ज्यादा है. ऐसे शहरों पर शुरूआत में प्रतिबंद लगाया जाएगा. धीरे-धीरे देश ही डीजल वाहन गायब हो जाएंगे. धीरे-धीरे प्रतिबंद को बढ़ाया जाएगा, साथ ही दिल्ली एनसीआर में अभी से 10 साल पुराने वाहनों को घुसने पर रोक लगाई गई है. यदि कोई ऐसा करता पकड़ा जाता है तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है.
ईवी व पेट्रोल खऱीदने की सलाह
यही नहीं सरकार की ओर से ये भी कहा गया है कि आने वाला टाइम ईवी का है. इसलिए कोई भी ग्राहक यदि हाल-फिलहाल डीजल वाहन खरीदना चाहता है तो ईवी या पेट्रोल खरीदे. क्योंकि डीजल वाहन चलाना आगे मुश्किल होगा. सूत्रों का दावा है कि सरकार डीजल वाहनों को लेकर अभी और कड़े फैसले लेने वाली है. इसलिए नुकसान से बचने के लिए फिलहाल डीजल वाहन खरीद का फैसला टालना ही ठीक रहेगा.