Good News: जुलाई में देश का आम बजट पेश हुआ था, उस वक्त जनता को उम्मीद थी कि सरकार पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाकर पेट्रोल-डीजल की कीमतों को नियंत्रित कर देगी. लेकिन जनता के हाथ निरासा के अलावा कुछ नहीं लगा. जिससे बहुत से लोगों ने तो महंगे पेट्रोल और डीजल के चलते अपने वाहनों को घर की पार्किंग में पार्क कर दिया है. साथ ही अब पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज कर रहे हैं. यही नहीं पेट्रोल-डीजल के रेट किस प्रकार जनता का बजट बिगाड़ रहे हैं. इसका जीता-जागता उदाहरण वाहनों की सेल है. आंकडे बता रहे हैं कि महंगाई के चलते इस दिवाली कारों की सेल घटकर आधी रह गई है...
सरकार ने निकाला तोड़
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब किसी को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है. सरकार ने इसका तोड़ निकाल लिया है. बताया जा रहा है कि कुछ ही माह में पेट्रोल डीजल के दाम 25 रुपए तक कम होने की संभावना है. क्योंकि सरकार बहुत जल्द पेट्रोल की निर्भरता करने का प्लान कर रही है. इसका ऐलान केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी कर भी चुके हैं. अभी भी कुछ पेट्रोल पंप पर इथेनॅाल मिश्रित पेट्रोल की बिक्री की जा रही है. बहुत जल्द इसका दायरा बढ़ाया जाएगा. यानि सभी पेट्रोल पंप पर मिश्रित पेट्रोल मिलेगा. जिसके बाद कीमतों में भारी कटौती देखने को मिलेगी...
महंगा हुआ पेट्रोल
कई कार्यक्रमों में परिवहन मंत्री नितिन गडकरी बता चुके हैं कि बहुत जल्द देश में ज्यादातर पेट्रोल पंप पर एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल मिलना शुरू हो जाएगा. जिसकी कीमत आम पेट्रोल से 25 रुपए तक कम होंगे. यानि आपका वाहन 60 रुपए प्रति लीटर में चलेगा. आपको बता दें कि इथेनॅाल का उत्पादन वैसे तो मुख्य रूप से गन्ने की फसल से होता है, लेकिन शर्करा वाली कई अन्य फसलों से भी इसे तैयार किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अगर 60 प्रतिशत इथेनॉल और 40 प्रतिशत बिजली का उपयोग किया जाता है, तो पेट्रोल 30 रुपये प्रति लीटर पर उपलब्ध हो सकता है.
स्टैंडर्ड फ्यूल को मंजूरी
आपको बता दें कि केन्द्र सरकार स्टैंडर्ड फ्यूल को मंजूरी दे चुकी है.. यानि तेल कंपनीज सीधे हंड्रेड इसे बेच सकेंगी. विशेषज्ञों का कहना है कि इस फैसले के बाद अब इस एथेनॉल को पेट्रोल डीजल की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे पहले इसे पेट्रोल में मिलाया जाता था. मौजूदा समय में सरकार ने 2030 तक 20% एथेनॉल पेट्रोल में मिलाने का लक्ष्य रखा है.
क्या बोले नितिन गडकरी
परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने निजी चैनल को दिये बयान में कहा है कि मार्केट में टोयोटा कंपनी ने इथेनॅाल से चलने वाली कार लॅान्च कर दी है. यह गन्ने के जूस से चलती है. इसके प्रति लीटर चलाने की कॅास्ट की बात करें तो 30 रुपए प्रति लीटर आती है. कार निर्माता कंपनीज से बात चल रही है. जल्द ही मार्केट में एथेनॅाल से चलने वाली कारें आएंगी. जिसके बाद लोगों को महंगा पेट्रोल, डीजल खरीने से मुक्ति मिल जाएगी.हालांकि ये कारें आम जन के लिए कब से उपलब्ध होंगी. तारीख की घोषणा नितिन गडकरी ने नहीं की है. उन्होने बताया है कुछ ही समय में आपको बड़ा बदलाव देखने को मिलने वाला है...
ये है वैकल्पिक ईंधन
आपको बता दें कि फ्लेक्स-फ्यूल ऐसा इंधन हैं जिसके जरिये हम अपनी कार को इथेनॉल के साथ मिश्रित ईंधन पर चला सकते हैं. यानि पेट्रोल में कुछ मात्रा इथेनॅाल की मिलाकर कार चल सकती है. जिससे महंगे पेट्रोल-डीजल से मुक्ति मिलेगी. एक्सपर्ट के मुताबकि "गैसोलीन और मेथनॉल या एथनॉल के संयोजन से बना (flex-fuel)एक वैकल्पिक ईंधन है. जिससे पेट्रोल-डीजल की निर्भरता कम हो जाएगी. परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में बताया था कि फ्लेक्स इंजन कम लागत में ही तैयार हो जाते हैं,,. जिसके चलते मार्केट कारों की कीमतें भी कम हो सकती हैं. क्योंकि फ्लेक्स इंजन में 1 लीटर फ्यूल खरीदने की कॅास्ट लगभग 30 के आसपास ही आएगी.