बड़ी खबर: देश के सबसे राज्य उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ लगातार आमजन के लिए फैसला ले रहे हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक अब सरकार ने घोषणापत्र के वायदों को धरातल पर लाना शुरू कर दिया है. पिछले कई माह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ फैमिली कार्ड को लेकर काफी गंभीर दिखाई दे रहे हैं. प्रशासनिक अधिकारियों के साथ योजना की समीक्षा बैठक की है. ताकि पता लगाया जा सके कि आखिर राज्य में बेरोजगारों की संख्या कितनी है. जैसे-जैसे आंकड़ा मिल रहा है वैसे रोजगार मेले के माध्यम से रोजगार भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं. हाल ही में प्रयागराज में रोजगार मेले के तहत हजारों परिवारों को रोजगार से जोड़ा गया है...
क्या है हर घर नौकरी कवायद
आपको बता दें कि 2022 की सरकार जब चुनी गई थी. तभी मुख्यमंत्री योगी ने परिवार कल्याण कार्ड बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया था. परिवार कार्ड का मुख्य उद्देश्य राज्य में बेरोजगारी दर का पता करना था. ताकि हर घर को रोजगार से जोड़ा जा सके. यही नहीं 'एक नौकरी प्रति परिवार' (One Job Per Family) व्यवस्था को लागू करने के लिए सरकार ने राशन कार्ड को भी आधार बनाया था. अब उसकी समीक्षा अधिकारियों के साथ की जा रही है. क्योंकि इसी सरकार में फैमिली कार्ड का लाभ लाभार्थियों तक पहुंचाने का उद्देश्य सरकार का बताया जा रहा है.
परिवार की जानकारी होगी दर्ज
आपको बता दें कि इस कार्ड में परिवार के बारे में सभी जानकारियां दर्ज होंगी. परिवार में कितने सदस्य हैं, उनकी शिक्षा क्या है, उनकी उम्र क्या है, कौन-कौन नौकरी करता है या रोजगार से जुड़ा हुआ है, यह सभी जानकारियां इस कार्ड में दर्ज होंगी. यही नहीं परिवार कार्ड को आधार से लिंक करने पर सरकार के पास उस परिवार से संबंधित सटीक जानकारी होगी कि किन परिवारों में एक भी व्यक्ति रोजगार से नहीं जुड़ा हुआ है. इसके अलावा, परिवार की सामाजिक स्थिति की भी जानकारी मिलेगी. पहले उनव परिवारों को रोजगार से जोड़ने का काम किया जाएगा. जहां एक भी व्यक्ति कमाने वाला नहीं है..