बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना को और अधिक सुलभ बना दिया है. सरकार ने इस फैसले से माता-पिता को बड़ी राहत दी है. इस योजना का लाभ लेने के लिए माता-पिता को अब सरकारी कार्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. वे अब अपने घर से ही मोबाइल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. नई व्यवस्था के लागू होने के बाद से शून्य से दो साल तक की बेटियों के लिए ई-पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है.
अब तक इस योजना के लिए आवेदन आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका द्वारा अपलोड किया जा सकता था. लेकिन अब माता-पिता खुद अपने मोबाइल से आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के बाद सेविका-सहायिका उसका सत्यापन करेंगी. सत्यापन के बाद योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा.
क्या है योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का उद्देश्य है कि कन्या भ्रूण हत्या को रोका जाए. जन्म पंजीकरण को प्रोत्साहित किया जाए. शिशु स्वास्थ्य के लिए संपूर्ण टीकाकरण को बढ़ावा दिया जाए. योजना की मदद से सरकार लिंग अनुपात में सुधार करना और बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करना चाहती है. इसके साथ सरकार बाल विवाह पर रोक लगाकर बालिकाओं को सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अधिकार देना चाहती है.
कैसे कर सकते हैं योजना के लिए आवेदन
ऑनलाइन आवेदन करने के लिए माता पिता को संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र, सेविका-सहायिका का नाम, बेटी का जन्म प्रमाण पत्र और मां के साथ बच्ची की तस्वीर अपलोड करना होगा. योजना का लाभ अधितम दो बेटियों तक ही दिया जा सकता है. योजना के तहत शून्य से दो साल की बेटी के माता के बैंक खाते में दो हजार रुपये और एक साल बाद आधार पंजीयन होने पर एक हजार रुपये दिए जाते हैं.
नई प्रक्रिया का प्रचार कर रहा है विभाग
बिहार का समाज कल्याण विभाग नई प्रक्रिया का प्रचार-प्रसार कर रहा है. ऐसा इसलिए कि अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ ले सकें. ऑनलाइन आवेदन करते वक्त सभी जानकारी भरना होगा. सत्यापन के बाद ही सरकार की ओर से धनराशि मिलेगी.