Budget 2024: 23 जुलाई को देश का आम बजट पेश किया गया. अब अलग- अलग एक्सपर्ट बजट का विश्लेषण करने में जुटें हैं. कई लोग बजट को बिहार और आंध्र प्रदेश का बजट बताया है तो कई ने वित्त मंत्री की सराहना भी की है. ऐसे में बिजनेस के कोच के नाम से प्रशिद्ध विवेक बिंद्रा ने भी कई बिन्दुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला है. उन्होंने MSMEs, एजुकेशन और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर भी अपने सुझाव प्रस्तुत किये हैं. हालांकि कई लोगों को बजट से निरासा भी हाथ लगी है. क्योंकि उनकी उम्मीदें कुछ ज्यादा थी. सड़क कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए 8 से 10 नए एक्सप्रेसवे की घोषणा किए जाने की भी उम्मीद थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
इन लोगों को मिला फायदा
मुद्रा लोन लिमिट 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख तक किया गया है. जिससे छोटे उद्यमियों को मदद मिलेगी. इसके अलावा 100 करोड़ रुपए कोलेट्रल फ्री लोन के लिए जारी किए गए हैं. जिसे काफी अच्छा फैसला बताया जा रहा है. निर्यात के लिए अलीबाबा जैसे चाइनीज एप का इस्तेमाल करने की बजाय एक्सपोर्ट हब की ओर से “MSME एक्सपोर्ट्स” की घोषणा की गई है. बजट MSMEs की कई प्रमुख उम्मीदों को पूरा करने से चूक गया है, जैसे NPA की समय सीमा को बढ़ाना और GST में ज़रूरी छूट देना. वहीं पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाना था. जिसका जिक्र तक नहीं किया गया है. इसलिए वाहन संचालकों के हाथ बजट में कुछ नहीं लगा है.
ऑटोमेशन और स्किलिंग
आपको बता दें कि अनस्किल्ड लेबर पर आज भी हमारी निर्भरता बहुत ज्यादा है. अपने प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा करने के लिए हमें मॉडर्न मशीनरी, ऑटोमेशन और डिजिटलाइजेशन को बेहतर तरीके से लागू करने की ज़रूरत है ताकि प्रोडक्टिविटी को बढ़ाकर कम समय में काम को पूरा किया जा सके. करीब 45% प्रोजेक्ट हमेशा ही देरी से पूरे होते हैं, जिसके कारण उनकी लागत काफी बढ़ जाती है. इस समस्या को खत्म करने के लिए अलग से एक सिस्टम को बनाया जाना चाहिए ताकि प्रोजेक्ट्स की सही तरीके से मॉनिटरिंग और रिपोर्टिंग की जा सके और काम सही समय पर पूरा हो.