PM Kisan Yojana: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि को लेकर लाभार्थियों की सूची लगभग तैयार हो गयी है. कृषि विभाग के सूत्रों का दावा है कि इस बार भी लगभग ढाई करोड़ किसानों को पीएम किसान निधि का लाभ नहीं मिलेगा. आपको बता दें कि इससे पहले 18 जून को वाराणसी दौरे के दौरान पीएम मोदी ने स्वयं 17वीं किस्त का लाभ 9.26 करोड़ किसानों के खाते में पहुंचाया था. लेकिन उस वक्त भी लगभग ढाई करोड़ से ज्यादा किसानों को लाभ से वंचित कर दिया गया था. हालांकि ये वही किसान थे. जिन्होने बार-बार अपील के बाद ही सरकारी नियमों का पालन नहीं किया है..
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ये नियम फॅलो करना जरूरी
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि सरकार की महत्वकांशी योजना है. जिसकी निगरानी स्वयं प्रधानमंत्री मोदी करते हैं. लेकिन योजना में फर्जीवाड़ा पनपने लगा था. जिसके चलते कृषि विभाग ने कुछ जरूरी नियम लागू किये थे. साथ ही नियमों को फॅालो करने के लिए अपील भी की गई थी. यही नहीं जनजागरण कार्यक्रम भी आयोजित किये थे. लेकिन अभी तक करोड़ों किसान ऐसे हैं जिन्होने नियमों का पालन नहीं किया है. अब ऐसे किसानों को लाभार्थियों की लिस्ट से बाहर किया जा रहा है. यही नहीं जिन किसानों के पास अपात्र होते हुए भी निधि पहुंच रही है. ऐसे किसानों को योजना का पैसा वापस भी करना होगा.
ये तीन काम बेहद जरूरी
आपको बता दें कि योजना में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार ने तीन काम जरूरी किये थे. यही नहीं इन्हें पूरा करने के लिए किसानों को प्रयाप्त समय भी दिया गया था. साथ ही तीनों कामों को आसान बनाने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया था. आपको बता दें कि इनमें सबसे पहला और अहम काम ईकेवाईसी कराना था. दूसरे काम की बात करें तो भूलेख सत्यापन व तीसरा काम आधार से बैंक खाते को लिंक कराना था. लेकिन करोड़ों किसान ऐसे हैं जिन्होने अभी तक भी ईकेवाईसी नहीं कराया है. ऐसे किसानों को चिंहित कर योजना के लाभ से वंचित करने पर बात चल रही है. इसी वजह से 17वीं किस्त के दौरान भी ढाई करोड़ किसानों को योजना का लाभ नहीं मिला था.