Disaster alert : उत्तर भारत में भले ही मौसम ने करवट ले ली हो और यहां गुलाबी ठंड का लोग आनंद लेने लगे हों. लेकिन ओडिशा में इन दिनों लोगों का जीना मुहाल हो गया है. वैज्ञानिकों ने एक बार फिर तबाही का अलर्ट जारी किया है. यही नहीं अगले तीन दिनों को लोगों को घरों में कैद होने की सलाह दी गयी है. साथ ही प्रसाशन ने तीन दिनों तक स्कूल-कालेज को भी बंद रखने के लिए निर्देशित किया गया है. वहीं पुरी से सभी सैलानियों को लौटने के लिए कहा गया है. ताकि जन नुकसान से बचा जा सके. अंडमान सागर के ऊपर चक्रवात सोमवार को निम्न दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया है. अब देखना है कि अगले तीन दिनों में चक्रवाती तुफान कितना नुकसान पहुंचाता है...
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तीन दिन अलर्ट
जानकारी के मुताबिक, 22 अक्टूबर की सुबह तीव्र होकर दबाव के रूप में बदलने और 23 अक्टूबर तक पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की प्रबल संभावना है. साथ ही चक्रवाती तूफान 'दाना' के 24 अक्टूबर को उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर पुरी और सागर द्वीप समूह के बीच पहुंचने की आशंका है। पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तरी अंडमान सागर पर विकसित कम दबाव का क्षेत्र 22 अक्टूबर की सुबह तक तीव्र हो सकता है.
24 अक्तूबर को अलर्ट
मौसम विभाग ने तूफान के उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने और 24 अक्टूबर की सुबह तक ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों के पास बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में पहुंचने की अत्यधिक संभावना जताई जा रही है. इसकी हवा की गति 100-110 किमी प्रति घंटा से लेकर 120 किमी प्रति घंटा तक होने की संभावनाएं हैं. आईएमडी ने मछुआरों को सोमवार शाम तक किनारे पर लौट आने और 26 अक्टूबर तक समुद्र में न जाने की सलाह दी है. 24 अक्टूबर की रात और 25 अक्टूबर की सुबह पुरी तथा सागर द्वीप के बीच उत्तरी ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल के तटों को एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में पार कर सकता है..