Surat Diamond Company:इस हेडलाइन को पढ़कर आप भी सोच में पर गए होंगे कि अगर कंपनी ने एक साथ 50 हजार कर्मचारियों को छुट्टी दे दी तो कंपनी कैसे चलेगी. क्या कंपनी का काम ठप नहीं हो जाएगा. क्या कंपनी बंद नहीं हो जाएगी. उसके बाद भी कंपनी छुट्टी पर गए कर्मचारियों को पूरे महीने की सैलरी भी देगी आखिर क्यों. तो आइए हम आपको पूरा माजरा बताते हैं. कंपनी ने भले ही कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा है, लेकिन इससे कर्मचारी सकते में हैं. कंपनी ने कहा है कि पॉलिश्ड डायमंड की इंटरनेशनल मार्केट में धीमी पड़ती मांग के चलते उसे यह कदम उठाया है. रूस-यूक्रेन और इजरायल-फिलस्तीन युद्ध के कारण डायमंड सेक्टर में सुस्ती आई है. दरअसल, सूरत की एक डायमंड कंपनी ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब दुनिया में मंदी की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. नेचुरल डायमंड मैन्युफैक्चरर बनाने वाली कंपनी ने सभी कर्मचारी को 17 से 27 अगस्त तक छुट्टी पर रहने को कहा है.
कंपनी ने मंदी का दिया हवाला
सूरत की किरण जेम्स कंपनी की वेबसाइट पर बताया गया है कि, वह दुनिया की सबसे बड़ी नेचुरल डायमंड मैन्युफैक्चरर है. कंपनी के चेयरमैन वल्लभभाई लखानी ने कहा कि कर्मचारियों को फिलहाल 10 दिन की छुट्टी पर भेजा गया. हम सभी को इसके लिए सैलरी देंगे. कंपनी के मालिक ने बताया कि रफ डायमंड और पॉलिश्ड डायमंड की सप्लाई में कमी के चलते यह फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि एक साथ अपने कर्मचारियों को छुट्टी देकर हम अपने काम को अच्छे तरीके से मैनेज कर पाएंगे. फिलहाल इस आर्थिक मंदी के सही कारणों के बारे में कुछ भी खुलासा नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि हीरा सेक्टर में डिमांड की कमी के चलते यह कदम उठाया गया है.
2 साल में टर्नओवर घटकर हुआ 1.50 लाख करोड़ रुपये
सूरत डायमंड एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीश खुंट ने बताया कि दुनिया की कुल डायमंड डिमांड का 90 फीसदी हिस्सा सूरत में ही तैयार किया जाता है. किरण जेम्स जैसी बड़ी कंपनी ने बड़ा फैसला लिया है. पॉलिश्ड डायमंड का 95 फीसदी हिस्सा एक्सपोर्ट होता है. रूस-यूक्रेन और इजराइल-फिलिस्तीन युद्ध के चलते इसे नुकसान हुआ है. सूरत में डायमंड इंडस्ट्री में करीब 10 लाख लोग नौकरी करते हैं. लेकिन दो साल से इस सेक्टर में कमी आई है, जिसके कारण टर्नओवर 2.25 लाख करोड़ रुपये से घटकर 1.50 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.