भारत में सड़कों पर गाड़ी चलाने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं. सभी नियमों का उल्लेख मोटर व्हीकल एक्ट के तहत मिलता है. इन नियमों का पालन करना सभी के लिए आवश्यक है. इस नियमों का पालन न करने वाले लोगों को पुलिस कार्रवाई करती है. उनका चालान काट देती है, जिसमें उन्हें पैसे भरने पड़ जाते हैं. कई बार तो लोगों को सजा भी दी जाती है.
यह भी पढ़ें- जाकिर नाइक ने वक्फ बोर्ड को लेकर कर दिया बड़ा ऐलान, 50 लाख मुसलमान हो जाएं...
ट्रैफिक नियमों में कुछ सबसे कॉमन ट्रैफिक रूल्स हैं. जैसे- ड्राइविंग लाइसेंस, सीट बेल्ट लगाना, ट्रैफिक लाइट जंप न करना, शराब पीकर ड्राइव न करना आदि. आज बात करते हैं ड्राइविंग लाइसेंस के बारे में. सड़क पर गाड़ी लेकर निकलने वाले हर व्यक्ति के पास ड्राइविंग लाइसेंस जरूरी है. ड्राइविंग लाइसेंस न होने पर पुलिस कार्रवाई करती है. कभी चालान काटा जाता है तो कई बार गाड़ी जब्त कर ली जाती है.
यह भी पढ़ें- दूर्गा पूजा से पहले बांग्लादेशी सरकार ने लिया यह फैसला, पश्चिम बंगाल में होगा असर
कैसे बनावएं ड्राइविंग लाइसेंस
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि ड्राइविंग लाइसेंस कैसे बनवाएं. इसके लिए आपको अपने नजदीकी आरटीओ ऑफिस जाना होगा. आरटीओं में आपको अप्लाई करना होगा. इसके लिए आपको एक तय फीस देनी होगी. हालांकि, भारत का एक राज्य ऐसा भी है, जहां महिलाओं के लिए ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना बिल्कुल मुफ्त है. आपको इसके लिए कोई भी फीस देनी की जरुरत नहीं होगी.
ये भी पढ़ें: iPhone 16 Pro और iPhone 16 Pro Max में USB 3.0 Type-C पोर्ट के साथ लॉन्च, जानें फीचर्स
सात लाख से अधिक महिलाओं को मिला लाभ
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह कौन सा राज्य है, जहां ड्राइविंग लाइसेंस के लिए कोई फीस नहीं हैं तो वह राज्य कोई और नहीं बल्कि भारत के दिल में बसा राज्य- मध्य प्रदेश है. जी हां, मध्य प्रदेश में महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए कोई रुपये देने की जरुरत नहीं है. 18 वर्ष से ऊपर की हर महिला फ्री में अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवा सकती है. मध्य प्रदेश के परिवहन विभग की ओर से जारी किए गए आंकड़े की मानें तो अब तक 7,52,600 से भी अधिक महिलाओं को फ्री में ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए गए हैं.