Ration Card e-KYC: देश की 80 फीसदी लोगों को भारत सरकार राशन मुहैया करा रही है. कोरोना काल से शुरू हुई यह योजना आगे भी जारी रहेगी. इस योजना के तहत आम लोगों को हर महीने 10 किलो अनाज दिया जाता है. सरकार की इस पहल से गरीब और आम लोग राहत महसूस कर रहे हैं, लेकिन सरकार अब फर्जी और गलत तरीके लाभ लेने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की योजना बना रही है. दरअसल, सरकार ने सभी राशन कार्ड धारकों को केवाईसी कराने का नोटिफिकेशन जारी किया है. राशन कार्ड ई केवाईसी की तारीख 30 सितंबर है. बहुत से लोगों ने ई केवाईसी की प्रक्रिया तो पूरी कर ली है, लेकिन बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्होंने अभी तक ई केवाईसी नहीं करवाए हैं. इसमें उत्तर प्रदेश का एक इटावा जिला सबसे ऊपर है. यहां पर तकरीबन 40 फ़ीसदी राशन कार्ड धारकों ने ई केवाईसी नहीं करवाया है.
सरकार ने साफ कर दिया है कि जिनका 30 सितंबर तक ई केवाईसी नहीं होगा उन्हें राशन बंद कर दिया जाएगा. ऐसे में अब इन राशन कार्ड धारकों के लिए खतरा पैदा गया है और इनका नाम राशन कार्ड की लिस्ट से हटा दिया जाएगा. क्योंकि ऐसे बहुत से लोग हैं जहां वह रहते नहीं हैं या फिर उनका निधन हो चुका है. फिर भी वो सरकार की इस योजना का फायदा उठा रहे हैं.
इटावा जिले में 5 लाख कार्ड धारकों ने नहीं करवाएं ई केवाइसी
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के राशन कार्ड धारकों के सामने नई मुसीबत खड़ी हो गई है. इटावा में तकरीबन 40 फीसदी यानी 12 लाख राशन कार्ड धारक ऐसे हैं जिनकी ई केवाइसी की प्रक्रिया नहीं हुई है. ऐसे पांच लाख लोग हैं, जिनका अभी तक वेरिफिकेशन ही नहीं हुआ है. अब इन लोगों के नाम राशन कार्ड से काटे जा सकते हैं. हालांकि, 7 लाख लोगों की ई केवाइसी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. ऐसे लोग जो ई केवाइसी नहीं करवाए हैं उनके पास अब सिर्फ एक हफ्ते का समय बचा हुआ है. उनके सामने सिर्फ 8 दिन का वक्त है. अगर पांच लाख राशन कार्ड धारक अगर डेट लाइन के भीतर वैरिफिकेशन करवा लेते हैं तो वह बच सकते हैं. नहीं तो उनकी परेशान बढ़ जाएगी. अगर 30 सितंबर तक इन सभी लोगों ने ई केवाईसी कंप्लीट नहीं करवाई तो फिर इन लोगों के राशन कार्ड से नाम काटे जा सकते हैं.
इसलिए जरूरी है ई केवाइसी
दरअसल, कई बार राशन कार्ड धारक ई केवाइसी करवाने के लिए सरकारी दुकान या ऑनलाइन करना चाहते हैं, लेकिन कई बार तकनीकी खराबी या फिंगर प्रिंट नहीं लेने से उनका काम रुक जाता है. कई बार सर्वर डाउन होने के चलते या परिवार के अन्य सदस्यों के मौजूद न होने की वजह से इन लोगों की ई केवाईसी नहीं हो पाती है. तो वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जिनकी ई-केवाईसी फिंगरप्रिंट मैच न होने की वजह से अटकी जाती है.
लोग फर्जी कार्डों पर उठाते हैं राशन
ई-केवाईसी रुटीन प्रक्रिया है. राशन कार्ड में ई केवाईसी इसलिए करवाई जा रही है. ताकि राशन वितरण करने में किसी प्रकार की गड़बड़ी ना हो सके. बहुत से राशन कार्ड में ऐसे लोगों के नाम मौजूद हैं. जो लाभ लेने के पात्र नहीं है. या फिर वह पर रहते ही नहीं है. या उनकी मृत्यु हो चुकी है. फिर ऐसे लोगों के नाम राशन उठाए जा रहे हैं. ई केवाईसी की प्रक्रिया के बाद ऐसे लोगों के नाम राशन कार्ड से काट दिए जाएंगे. राशन कार्ड में बहुत से ऐसे लोगों के भी नाम दर्ज हैं. जिनके नाम से कोई और राशन उठा रहा है. ऐसे में सरकार ने ई केवाइसी की प्रक्रिया पूरी करने का नोटिफिकेशन जारी किया है.