Gujrat News: गुजरात सरकार ने आदिवासी छात्रों को शिक्षा से जोड़ने के लिए बड़ी पहल कर रही है. राज्य सरकार छात्रों को डिजिटल शिक्षा से जोड़ने के लिए लैपटॉप सहाय योजना की शुरुआत कर रही है. जिसके तहत जरूरतमंद छात्रों को 1,50,000 रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. राज्य सरकार आदिवासी छात्रों को 80 फीसदी राशि अनुदान के रूप में देगी. वहीं, छात्रों को 20 फीसदी राशि चुकानी पड़ेगी. गुजरात सरकार द्वारा शुरू की गई लैपटॉप सहाय योजना का संचालन आदिवासी नगर निगम विभाग के द्वारा किया जाएगा.
छात्रों को सरकार दे रही 1,50,000 रुपये
1,50,000 रुपये आर्थिक रूप से कमजोर आदिवासी छात्रों को बैंक लोन के रूप में दिया जाएगा. इस योजना के तहत कोई भी छात्र अप्लाई करके बैंक से लोन ले सकते हैं और लैपटॉप खरीद सकते हैं. इस योजना से सरकार का एकमात्र लक्ष्य यह है कि वह आदिवासी छात्रों को डिजिटल शिक्षा से जोड़ सके.
क्या है लैपटॉप सहाय योजना
लैपटॉप सहाय योजना गुजरात सरकार द्वारा शुरू की जा रही है. इस योजना के तहत 1,50,000 रुपये आदिवासी छात्रों को दिया जा रहा है ताकि आदिवासी छात्र भी डिजिटलीकरण पर ध्यान दे सकें. इन दिनों सभी काम डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हो रहा है. चाहे शिक्षा हो, नौकरी हो या फिर कोई भी काम. लोग घर बैठे सभी काम को करना चाहते हैं और इसी से गुजरात सरकार आदिवासी छात्रों को भी जोड़ना चाहते हैं.
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इन छात्रों को मिलेगा योजना का लाभ
- यह लाभ गुजरात के आदिवासी छात्रों को मिलेगा, जो मूल रूप से प्रदेश के निवासी हैं.
- जो भी छात्र इस योजना के लिए आवेदन भर रहे हैं, वह 12वीं पास होना चाहिए.
- इसके लिए आयु सीमा 18-30 वर्ष निर्धारित की गई है.
- छात्र के परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी ना कर रहा हो.
- छात्र की पारिवारिक आय सलाना 1,20,000 रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदनकर्ता इसके ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएंगे. जिसके बाद लैपटॉप सहाय योजना के विकल्प का चयन करेंगे. जिसके बाद यह खुल जाएगा और आवेदनकर्ता अपनी सारी जानकारी सही-सही भर देंगे और मांगे गए सभी दस्तावेजों को सबमिट कर देंगे. जिसके बाद दस्तावेंजों की जांच के बाद छात्र को इस योजना का लाभ मिलेगा.