Pm Kisan Yojana: भारत सरकार ने किसानों की आर्थिक मदद के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) एक महत्वपूर्ण योजना है. यह योजना साल 2019 में शुरू की गई थी, जिसमें सरकार आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को सालाना ₹6000 की सहायता प्रदान करती है. इस योजना का उद्देश्य देशभर के करोड़ों किसानों को सीधे आर्थिक लाभ पहुंचाना है, जो खेती से पर्याप्त आय नहीं कमा पाते. योजना की रकम डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है.
खाता बंद होने पर क्या करें?
यदि किसी किसान का बैंक खाता बंद हो गया है या वह नया खाता खुलवाना चाहता है, तो उसे योजना के तहत दी जाने वाली किस्त की राशि पाने में समस्या हो सकती है. लेकिन किसानों के पास अपने खाते की जानकारी बदलने का ऑप्शन होता है, ताकि सहायता राशि उनके नए खाते में प्राप्त हो सके. इसके लिए उन्हें योजना की Official वेबसाइट पर जाकर अपने नए बैंक खाते की जानकारी अपडेट करनी होती है.
दूसरा अकाउंट कैसे जोड़ें?
अगर किसान का पुराना खाता बंद हो चुका है या उसने नया खाता खुलवाया है, तो वे अपने नए बैंक खाते की जानकारी योजना के पोर्टल पर अपडेट कर सकते हैं.
1. सबसे पहले प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की Official वेबसाइट [https://pmkisan.gov.in/](https://pmkisan.gov.in/) पर जाएं.
2. होम पेज पर 'Updation of Self Registered Farmers' के ऑप्शन पर क्लिक करें.
3. यहां आपको अपना आधार कार्ड नंबर दर्ज करना होगा और 'Get Data' के बटन पर क्लिक करना होगा.
4. इसके बाद योजना में रजिस्टर्ड आपके खाते की पूरी जानकारी स्क्रीन पर आ जाएगी.
5. अब 'एडिट' के ऑप्शन पर क्लिक करके आप अपने नए बैंक खाते की जानकारी अपडेट कर सकते हैं.
18वीं किस्त का इंतजार
अब तक इस योजना के तहत कुल 17 किस्तें जारी की जा चुकी हैं, जिनका लाभ 12 करोड़ से अधिक किसान उठा चुके हैं. अब किसान 18वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं, जो मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अक्टूबर महीने में जारी हो सकती है. पिछली 17वीं किस्त जून में जारी की गई थी. इसलिए, किसानों को सलाह दी जाती है कि वे जल्द से जल्द अपने बैंक खाते की जानकारी अपडेट कर लें, ताकि अगली किस्त की राशि प्राप्त करने में कोई समस्या न हो.
इस तरह, किसान अपने खाते की जानकारी को अपडेट करके योजना का पूरा लाभ उठा सकते हैं और किसी भी तरह की अड़चन से बच सकते हैं.
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