भारतीय रेलवे दुनिया की सबसे बड़े रेल व्यवस्था है. रोजाना भारतीय रेलवे करीब 2.5 करोड़ से अधिक लोग सफर करते हैं. भारतीय रेलवे को इसी वजह से देश की लाइफलाइन भी कहा जाता है. रेलवे की यात्रा बस से अधिक आरामदायक और फ्लाइट से सस्ती भी है. ट्रेन में आप सोकर भी यात्रा कर सकते हैं. भारतीय रेलवे में अधिकांश लोग रिजर्वेशन करवाना चाहते हैं. आप जानते हैं कि रेलवे कई सारे लोगों को रिजर्वेशन में छूट भी देती है. पर कैसे. आइये जानते हैं.
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भारतीय रेलवे ने इसके लिए क्या नियम बनाए हैं और छूट को लेकर क्या नियम है. चलिए आपको बताते हैं
भारतीय रेलवे के नियम के मुताबिक, यात्रियों को किराये में छूट दी जाती है. यह छूट टिकट के बेसिक किराये में मिलती है. यह इस बात पर भी निर्भर है कि आप किस ट्रेन में सफर कर रहे हैं. आप सुपरफास्ट ट्रेन से सफर कर रहे हैं या फिर एक्सप्रेस ट्रेन से या किसी स्पेशल ट्रेन से. आपकी ट्रेन के अनुसार तय होता है कि आपको छूट मिलेगी या फिर नहीं.
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इन लोगों को मिलती है छूट
भारतीय रेलवे के अनुसार, छात्रों को, दृष्टिबाधिक व्यक्तियों को, दिव्यांगों को, पैरा पेलेजिक लोगों को, टीवी, केंसर, किडनी, गैर संक्रामक कुष्ठ रोगियों को किराये में छूट मिलती है. इसके अलावा, आतंकवादियों और चरमपंथियों से लड़ते हुए शहीद हुए सुरक्षबल जवानों की विधवाओं को, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षक को, श्रम पुरस्कार विजेता, पुलिस कर्मियों और सैन्य जवानों की विधवाओं को और वरिष्ठ नागरिकों सहित अन्य लोगों को यह छूट मिलती है.
भारतीय रेलवे के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ने वाले सरकारी स्कूल के छात्रों को प्रवेश परीक्षा की यात्रा के दौरान 75% तक की छूट मिलती है. इसके अलावा, रेलवे यूपीएससी सहित अन्य चयन आयोग की मुख्य लिखित परीक्षा देने जा रहे छात्रों को भी 50 प्रतिशत तक की छूट देता है. बता दें, रेलवे किडनी पेशेंट, हार्ट पेशेंट सहित अन्य रोगों से ग्रस्त लोगों को भी 75% तक की छूट दी जाती है.
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